Indian history:180 साल पहले सड़कों पर चलते थे घर
हम बात इतिहास करते हैं और इतिहास में इस फोटो की परिकल्पना ही मात्रा देखने से उसे बात का अंदाजा हम लगा सकते हैं कि हमारा इतिहास कैसा रहा होगा। एक समय ऐसा था जब संसाधनों का अभाव था लोगों में जागरूकता का भी अभाव था इंजीनियरिंग इतनी विकसित नहीं हुई थी कि लोग उस पर अपना कार्य कर सकें।
लेकिन एक फोटो ने सब की कहानी बदल दी और सब को सोने के लिए मजबूर कर दिया कि आखिर उसे समय पर सड़कों पर घर किस प्रकार से चलते रहे होंगे। अगर एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना था तो लोगों को बैलगाड़ी या घोड़ा गाड़ी ही सहायता करती थी।
Indian history : घर नुमा होती थी गाड़ी
इसे तागा भी नहीं बोल सकते हैं क्योंकि तागा एक छोटे आकार का हल्का होता है लेकिन इस पर एक घर जैसी संरचना बनी होती है जिसमें चार दीवारें होती हैं एक दरवाजा होता है और उसके अंदर बैठने या सोने के लिए व्यवस्थित स्थान होता था। फर्क बस इतना होता था कि उसे पर एक पहिए होते थे जिसके माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान तक उसे ले जाना पड़ता है था।
धूप से बचने के लिए होती थी व्यवस्था
हलकी व्यवस्था धूप से बचने के लिए होती थी। कभी-कभी तो बैलगाड़ी की छत को एक छाते के आकार का रूप दे दिया जाता था जिसकी वजह से यह एक बेहद शानदार रथ जैसा अनुभव भी लगा करता था। हालांकि यह सब धूप से बचने के लिए इस्तेमाल किया करते थे। अक्सर जो बैलगाड़ी या घोड़ा गाड़ी के ऊपर संरचना बनी होती थी वह काफी हल्की होती थी। घास फूस और पत्तों से बनी इससे गाड़ी का इस्तेमाल इसलिए करते थे ताकि ज्यादा वजन घोड़े या बेल को ना उठाना पड़े।
Indian history : 180 साल पुरानी है यह फोटो
यह फोटो जो वायरल हो रही है वह लगभग 180 साल पुरानी है जो बेहद ही शानदार है और एक अलग अनुभव आपको प्रदान करने वाली है। आप पुराने जमाने को अपने आंखों के सामने जीने वाले हैं अगर इस फोटो को आपने देख लिया तो आप उसे समय के अनुभव को अपने आप के अंदर महसूस कर पाएंगे।