Cm : पिता तो पिता होता है , बेटा कितना भी बड़ा हो जाए, पिता की नजर में हमेशा छोटा ही रहता है।
रोचक किस्सा
Cm : कहते है पिता तो पिता होता है, बेटा कितने भी कमाने लगे लेकिन पिता तो उसे फिर भी अपनी सारी पूंजी न्योछावर करने को तैयार रहता है, कुछ इसी तरह का वाक्या मोहन यादव के साथ भी हुआ, पिताजी जी से जब मोहन यादव आशीर्वाद लेने पहुंचे और आशीर्वाद लेकर कुछ पैसे मांगे तो पिता पूनम चंद ने अपने बेटे को 500 की गड्डी थमा दी , इसपर मोहन यादव खूब हंसे और उन्होंने मुस्कुराते हुए सिर्फ 500 का एक नोट निकाला और बाकी के पैसे पिता की जेब में रख दिए ।ये किस्सा उज्जैन का है।
जब मोहन को थमा दिया पिता ने ट्रैक्टर सुधरवाने का बिल
सीएम मोहन यादव अपने घर पहुंचे। तो पिता और बेटे में बातचीत हुई, जहां पिता ने बेटे को नोटों की गड्डी दे दी तो बाद में पिताजी ने मोहन को ट्रैक्टर सुधरवाने का बिल थमा दिया, जो की दस हजार का था, मोहन यादव ने बोला कि पिताजी मैं ये बिल चुका दूंगा ।
Cm : बेटे ने पहनाई पिता को जैकेट
अपनी वैवाहिक वर्षगांठ पर मोहन यादव अपने पिता से आशीर्वाद लेने पहुंचे। इस दौरान मोहन यादव ने अपने पिता के साथ बैठकर चर्चा की इसमें पिता-पुत्र के भावुक प्रेम की झलक भी दिखाई दी, मुख्यमंत्री ने अपने पिता को ठंड से बचाने के लिए अपने हाथों से जैकेट पहनाई,और उनसे अपना ध्यान रखने को कहा था।
मोहन यादव पांच भाई-बहन
मोहन यादव तीन भाई और दो बहन हैं। इनमें सबसे बड़ी बहन ग्यारसी बाई और कलावती हैं। बड़े नंदलाल और नारायण हैं और मोहन यादव सबसे छोटे बेटे हैं
उज्जैन के क्षिप्रा तट पर अंतिम संस्कार
पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा मोहन यादव के निवास गीता कॉलोनी उज्जैन से प्रारंभ होगी अंतिम संस्कार शिप्रातट, भूखीमाता मंदिर के पास होगा ,अंतिम यात्रा गीता कॉलोनी, सकडिया सुल्तान मंदिर, खजूर वाली मस्जिद, बुधवारिया, निकास चौराहा, निलीवाड़ा, कंठाल, सतीगेट, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, ढाबा रोड, बड़ापुल, कार्तिक मेला ग्राउंड से भूखी माता पहुंचेगी।