Sidhi news: जिला मुख्यालय से महज 30 किमी दूरी पर है सरेठी ग्राम पंचायत-न बिजली, न सड़क, न ही मोबाईल नेटवर्क
संवाददाता अविनय शुक्ला (7723041705)
Sidhi news: देश की विशेष संरक्षित बैगा जनजाति आजादी के दशकों बाद भी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है, संरक्षण के नाम पर या तो राजनीति हो रही है या दिखावा ऐसा ही कुछ हाल सीधी जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर पर स्थिति सीधी जनपद के ग्राम पंचायत सरेठी के खन्धो टोला का सामने आया है यहां 200 की जनसंख्या में निवास करने वाले बैगा जनजाति के लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। यहां न तो सड़क है, न ही बिजली है और न ही मोबाइल नेटवर्क है जिससे यहां के लोग देश दुनिया के सम्पर्क से कटे रहते है।
Sidhi news: उल्लेखनीय है कि सीधी जनपद के ग्राम पंचायत सरेठी के खन्धो गांव का जायजा लिया गया तो यहां के हालात चौकाने वाले रहे हैं। जिला मुख्यालय से मात्र 30 किमी दूर इस गांव के लोग आज भी अंधेरे में गुजर बसर करने को मजबूर हो रहे हैं। यहां पहुंचने के लिए पांच किमी ऊबड़ खाबड़ रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे यहां के बैगा जनजाति के लोग नरकीय जीवन जीने के लिए मजबूर है। यहां पहुंचकर जब लोगो से बात की गई तो उनका कहना था कि नेता यहां सिर्फ पांच साल में एक बार वोट मागने आते हैं और कहते हैं कि हमे जितवाओ जीतने के बाद सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, लेकिन चुनाव जीतने के बाद यहां कोई नहीं आता है। सरकार की एक दो योजनाओं का लाभ कुछ ग्रामीणोंको जरूर मिला है जैसे पीएम आवास एवं उज्वला योजना और बांकी ग्रामीण आज भी जंगलों पर आश्रित है। यहां प्राथमिक प्राथमिक पाठशाला तो जरूर बनी है जो मनमानी ढंग से संचालित होती हैं।
स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा
Sidhi news: ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि अगर कोई गंभीर हालत में बीमार होता है तो उसको डोली खटोली के सहारे मुख्य मार्ग पर ले जाया जाता है कई बार तो वह रास्ते मेंही दम तोड़ देता है, यहां वाहन बड़ी मुश्किल से आते है जिसके कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में तो सबसे ज्यादा समस्या हो रही है यहां नाला होने के कारण पानीज्यादा रहता है जिसकी कारण सबसे ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
पांचवी के बाद बंद हो जाती है पढ़ाई। खंधो टोला के ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि यहांपांचवी तक की ही पढ़ाई होती है जिससे यहां के बच्चे पांचवी तक पढ़ने के बाद अन्य जिलों में मजदूरी करने के लिए बाध्य हो जाते है। अगर आगे पढ़ने का मन भी हो तो 10 किमी दूर खाम्ह घाटी जाना पड़ता है वो भी जंगलों के रास्ते जिससे बच्चों को जंगली जानवरों का खतरा ज्यादा बना रहता है।
गांव में लड़की देने से करते है परहेज
Sidhi news: ग्राम पंचायत सरेठी के खंधो टोला में निवासरत युद्धशेन यादव ने बताया कि इस गांव में अथ कोई लड़की देने को तैयार नहीं होता है, लोग कहते हैं कि जब इस गांव में कोई सुविधा नहीं है तो अपनी बच्ची का ब्याह क्यो करें। गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है यहां अगर कही जाना भी होता है तो 5 किमी पैदल चलकर जाना पड़ता है, अगर किसी से बात करना होता है तो पहाड़ में चढ़ते है तब बात हो पाती हैं नहीं तो यहां तात्कालिक बात नहीं हो पाती हैं।
सांसद-विधायक को नहीं पहचानते लोग
Sidhi news: बंधो टोला में जब पहुंचकर आयजा लिया गया और उनसे क्षेत्र में विकास न हो पाने का कारण पूंछा गया तो ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि यहां चुनाव के पहले विधायक व सांसद आते है लेकिन चुनाव जीतने के बाद यहां कोई नहीं आता है तब ग्रामीणों से पूछा गया कि आप विधायक व सांसद को जानते व पहचानते है तो उन लोगों का कहना था कि हम किसी को न जानते है न ही पहचानते है न ही यहां कोई आता है जिससे जान-पहचान बढ़े।
इनका क्या कहना है
Sidhi news: कई बार आवेदन दिया गया लेकिन कोई सुनवाई नही होती है, मायके में आने में काफी समस्या होती है जबकि सरपंच, सचिव बोलते हैं कि बन जाएगी लेकिन आज तक नहीं बनी।
रामवती बैगा, ग्रामीण
Sidhi news: जबसे जानने लायक हुए तब से हालात नहीं बदले है, बोट के लिए कहते हैं कि कल ही रोड बन जाएगी लेकिन चुनाव जीतने के बाद देखने नहीं आते है गांव मे कोई सुविधा नहीं है,एम्बुलेंस गांव में नहीं पहुंच पाती हैं।
रामकृपाल बैगा, ग्रामीण
Sidhi news: गांव में कोई व्यवस्था नहीं है, खेत वैसे ही पड़े हैं गर्भवती महिलाओं को काफी समस्याओं का सामनाकरना पड़ता है अर्जी देते देते थक गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती हैं, यहां के लोग झूठ बोलते हैं कि यहां रोड लाइट सब पहुंच गई है।
स्वरोचिष सोमवंसी कलेक्टर
Sidhi news: वन विभाग की एनओसी न मिलने के कारण विकास कार्य प्रभावित हुआ है, जल्द ही एनओसी प्राप्त होते ही वहां विकास के कार्य कराए जाएंगे।