Sidhi news:सीधी जिले के जनपद पंचायत क्षेत्र मझौली के ग्राम तिलवारी में आज सोमवार के दिन सैकड़ो की संख्या में लोगों ने में रोड को बाधित कर चक्का जाम शुरू कर दिया। जिसकी जानकारी लगते ही थाना प्रभारी एसडीम तहसीलदार सहित बिजली विभाग के अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। जहां परिजनों को समझाइए देते हुए वे सभी अधिकारी कर्मचारी नजर आ रहे थे।
Sidhi news:दरअसल यह पूरा मामला कल रविवार के दिन दोपहर 1 बजे का है। जहां पुष्पेंद्र द्विवेदी बिजली विभाग के आउटसोर्स में बतौर कर्मचारी के पद पर पदस्थ थे। जहां रविवार के दिन छुही बाजार में वह विद्युत तार सुधारने का कार्य कर रहे थे। तभी अचानक उन्हें करंट का झटका लगा और वह गंभीर रूप से झुलस गए तथा उनके दोनों हाथ कट गए। आनंद फानन में अन्य लोगों के द्वारा उन्हें इलाज के लिए मझौली अस्पताल ले गए जहां से रीवा जिला अस्पताल के लिए उन्हें रेफर कर दिया गया। स्थिति खराब होने की वजह से उन्हें संजय गांधी अस्पताल रीवा के लिए रेफर किया गया जहां उन्होंने आज सुबह दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था
Sidhi news:वही ग्रामीणों के द्वारा इस स्थिति को देखते हुए पुष्पेंद्र द्विवेदी के लाश को बीच सड़क पर रखकर आज सोमवार के दिन दोपहर 2 बजे से चक्का जाम कर दिया गया। इसके बाद थाना प्रभारी मझौली दीपक सिंह बघेल एसडीएम मझौली आरपी त्रिपाठी के साथ पूरा अमला मौके पर पहुंचा और सभी को समझाइस देता हुआ नजर आया।
क्या थी उनकी मांगे
Sidhi news:वही चक्का जाम कर रहे ग्रामीणों की मांग थी कि मृतक के परिजनों को 20 लख रुपए मुआवजे की राशि दी जाए। इसके अलावा परिजनों मे एक व्यक्ति को शासकीय नौकरी दी जाए। विद्युत विभाग मझौली के के भरत शाह को निलंबित किया जाए। जहां इन तीनों मांगों को लेकर सभी लोग बैठे हुए थे जिसके बाद शाम करीब 4:30 बजे विद्युत विभाग के ac आरके तिवारी पहुंचे। जहां उन्होंने के को मझौली स्थान से फिलहाल हटा दिया है और जांच के लिए टीम का गठन कर दिया है। इसके अलावा विद्युत विभाग के कंपनी की ओर से 5 लाख की तात्कालिक सहायता राशि दी गई है। साथी चार लाख रुपये विद्युत विभाग के बीमा के अनुसार दिया जाना प्रस्तावित है।
Sidhi news:वही थाना प्रभारी मझौली दीपक सिंह बघेल ने जानकारी देते हुए बताया है कि परिजनों ने चक्का जाम किया था जहां वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा उनकी कुछ मांगों को मान लिया गया है और जांच के लिए 24 घंटे का समय मांगा है। इसके बाद सभी कर्मचारी और अधिकारियों ने समझाइए और चक्का जाम को समाप्त कर दिया गया।