Sidhi news:भाजपा जिला अध्यक्ष का चुनाव की तिथि तय होने के बाद महीने के अंतिम तक निर्वाचन होना है। ऐसे में भाजपा के जिला अध्यक्ष कौर बनेंगे अभी स्माह नहीं हो पा रहा है। वहीं पिछड़ा वर्ग भी यह मान रहे हैं कि इस बार हमें 24 वर्षों के बाद भी अध्यक्ष की जिम्मेदारी नहीं दी गई। न ही इस दौरान किसी विधानसभा में भाजपा से पिछड़ा वर्ग को टिकट मिला है। ऐसे में पिछड़ा वर्ग भी अब मांग कर रही है कि हमें भी जिम्मेदारी अध्यक्ष के रूप में मिलनी चाहिए।
Sidhi news:संगठन का चुनाव शुरू हो गया है। अध्यक्ष कौन बनेगे यह तो शीर्ष नेतृत्व उय करेगा लेकिन यदि देखा जाए तो अध्यक्ष के रूप में कई चेहरे सामने आ रहे हैं। जिसमें कि बड़े चेहरों में भी कई नाम सामने आ रहे हैं। इसके लिए सांसद- विधायक ने भी अपने चहेतों को अध्यक्ष बनाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में अध्यक्ष के लिए कौन उपयुक्त रहेंगे कौन नहीं यह तो संगठन के नेता ही तय करेंगे। लेकिन अब तक जो स्थितियांनिर्मित हो रही है उसमें भाजपा से ही पिछड़ा वर्ग के लोग भी यह मांग कर रहे है कि हमे न तो विधायकी का टिकट मिल रहा है न ही अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिल रही है। आखिर हम कब तक इस तरह का अपमान सहते रहेंगे। यह भी हरण है कि भाजपा अध्यक्ष सामान्य वर्ग से लगातार बना रही है। वहीं सीधी जिले में वर्तमान में तीन प्रत्याशियों को ब्राम्हण वर्ग से टिकट दिया जिसमें दो को जीत मिली। मांमद भी बाम्हण वर्ग में हैं। ऐसे में पिछड़ा वर्ग को कभी टिकट भी नहीं मिल पा रही है। क्षत्रिय वर्ग से लगातार दो बार अध्यक्ष बनते आ रहे है।
वर्ष 1980 से लेकर अब तक यह रहे जिला अध्यक्ष
Sidhi news:सीधी जिले में वर्ष 1980 से लेकर जब सिंगरौली भी सीधी में सम्मिलित था। तब तब अध्यक्ष बनने वालों में वर्ष 1980 में राधेश्याम गुप्ता भाजप के जिलाअध्यक्ष बने थे। इसके बाद वे कर जगनाथ सिंह अध्यक्ष बने, इसके बाद रविनंदन सिंह भाजपा के जिला अध्यक्ष रहे हैं वहीं लालमणि सिंह एवं फिर केदारनाथ शुक्ला, भगवानदास शाह, वहीं पिछड़ा वर्ग से संयुक्त सीधी-सिंगरौली जिले में वर्ष 1998 से 2000 तक भगवानदास शाह अध्यक्ष रहे। इसके बाद लालचंद गुप्ता, गोविंद मिश्रा, बृजबिहारी लाल शमां, केके तिवारी, लालचंद गुप्ता, राजेश मिश्रा, इंद्रशरण सिंह चौहान एवं देवकुमार सिंह को अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है।
अब संगठन किसे बनाएगा अध्यक्ष, संशय बरकरार
Sidhi news:देखा जाए तो 24 वर्षों तक भाजपा पिछड़ा वर्ग को न तो टिकट दिया न ही अध्यक्ष बनाने का काम किया है। संयुक्त सीधी एवं सिंगरौली जिले का विभाजन होने के बाद सीधी जिले से अभी तक पिछड़ा वर्ग को अध्यक्ष की जिम्मेदारी नहीं मिली है। वहीं सीधी जिले में पिछड़ा वर्ग को विधानसभा में भाजपा टिकट भी नहीं दे रही है। ऐसे में अब पिछड़ा वर्ग भी यह मुद्दा उठाना शुरू कर दिए है कि हमें भी हमारा अधिकार चाहिए। ऐसी स्थिति में क्या मुद्दा पिछड़ा वर्ग का सरोकार होगा यह तो शीर्ष नेता ही तय करेंगे।महिलाओं की भी अध्यक्ष सहित मंडलों में होगी नियुक्ति प्रदेश शीर्ष नेतृत्व संगठन के अनुसार 33 प्रतिशत महिलाओं को जिले में अध्यक्ष सहित मंडलों में भी नियुक्ति का आदेश जारी किया गया है। ऐसे में किस जिले में महिलाओं को इसकी जिम्मेवारी मिलेगी। वहीं जिले के 23 मंडलों मे आरक्षण के तहत मानें तो आधा दर्जन महिलाओं को मंडल अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
भाजपा में अध्यक्ष को लेकर है कई दावेदार
Sidhi news:भाजपा जिला अध्यक्ष को लेकर दावेदारों की संख्या कम नहीं है। यदि सामान्य वर्ग से दावेदारों में मानें तो पहले दावेदार वर्तमान जिला अध्यक्ष देवकुमार सिह ही माने जाते हैं। इसके अलावा सामान्य वर्ग से ही दावेदारों की लंबी लाइन है। ब्राम्हण एवं क्षत्रिय वर्ग से कई दवेदार सामने आ रहे हैं। सक्का नाम वेख करना भी जरूरी नहीं है। वहीं पिछड़ा वर्ग से दावेदारों की संख्या ज्यादातर देखी जा रही है। संगठन क्या निर्णय करेगा यह तो समय बताएगा।
अध्यक्ष देव कुमार का रहा बेहतर कार्यकाल
Sidhi news:भाजपा जिला अध्यक्ष देवकुमार सिंह चौहान का बेहतर कार्यकाल रहा है। इस दौरान विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव भी हुए। जिन्होने सहज रूप से हर कार्यकर्ताओं को मनाने एवं पार्टी के प्रति समर्पित भाष से काम किए। पार्टी के गइडलाईन के तहत कुछ जिला अध्यक्षों को दोवारा रिपीट किया जाएगा तो उनका नाम सर्वोपरि रूप से माना जा सकता है