Sidhi news:सीधी जिले के कुसमी जनपद पंचायत अंतर्गत संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र के रूदा गांव में हाल ही में एक भीषण आगजनी की घटना ने पूरे जंगल को खाक कर दिया। जंगली जीव-जंतु, वनस्पतियां और पर्यावरणीय संतुलन को भारी क्षति पहुँची है। लेकिन इस दुखद घटना के बीच एक और गंभीर मामला सामने आया है — ग्रामीणों द्वारा वनरक्षक कालीरमन सिंह पर लापरवाही और उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।
गांव के सरपंच बंशलाल सिंह ने खुलकर आरोप लगाए कि आगजनी की घटना के दौरान जब पूरा गांव जंगल बचाने की कोशिश कर रहा था, तब वनरक्षक कालीरमन सिंह ने न तो आग बुझाने में कोई सहयोग दिया, न ही कोई सक्रियता दिखाई। इसके विपरीत, उन्होंने बाद में ग्रामीणों को ही अनर्गल मामलों में फंसाने की कोशिश की।
Sidhi news:सरपंच ने बताया कि वनरक्षक का रवैया शुरू से ही तानाशाही भरा रहा है। वह ग्रामीणों को बिना कारण परेशान करते हैं और उन पर फर्जी कार्यवाहियां कराते हैं। रेंजर स्तर तक इसकी कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
“अगर अब भी प्रशासन ने हमारी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया, तो हम ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे,” सरपंच बंशलाल सिंह ने चेतावनी दी।
Sidhi news:ग्रामीणों ने बताया कि जंगल उनकी जीवनरेखा है, और उसे बचाने के लिए वे हमेशा आगे रहते हैं। लेकिन जब सरकारी पदों पर बैठे लोग ही अपने कर्तव्यों से विमुख हो जाएं और जनता को प्रताड़ित करने लगें, तो यह व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या कालीरमन सिंह पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं। फिलहाल, ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है और संजय टाइगर रिजर्व की छवि पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।