Ajithkumar : “तमिलनाडु में हिरासत के दौरान युवक की संदिग्ध मौत: उठी न्याय की मांग
Ajithkumar : तमिलनाडु के शिवगंगा जिले में एक युवक की पुलिस हिरासत में हुई संदिग्ध मौत ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है। मृतक की पहचान 28 वर्षीय अजीत कुमार के रूप में हुई है, जो एक मंदिर सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत थे। घटना के बाद सोशल मीडिया पर #JusticeForAjithKumar ट्रेंड करने लगा और न्याय की मांग को लेकर लोगों में आक्रोश देखने को मिला।
मिली जानकारी के अनुसार, 27 जून की शाम अजीत कुमार को थिरुप्पुवनाम पुलिस ने चोरी की एक शिकायत के सिलसिले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। स्थानीय लोगों और परिजनों का आरोप है कि बिना किसी गिरफ्तारी वारंट के पुलिसकर्मियों ने अजीत को थाने बुलाया और वहां उनसे सख्ती से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान अजीत ने पेट में तेज दर्द की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। परिजनों और स्थानीय नागरिकों ने पुलिस पर शारीरिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। विरोध बढ़ता देख जिला प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
अजीत कुमार की मौत को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने #JusticeForAjithKumar हैशटैग के साथ अपनी आवाज़ उठाई है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
Ajithkumar : तमिलनाडु पुलिस के आला अधिकारी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की निगरानी कर रहे हैं। मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की गई है। हालांकि परिवार का कहना है कि उन्हें केवल मुआवजा नहीं, बल्कि न्याय चाहिए।
यह मामला पुलिस कस्टडी में मानवाधिकार हनन की चिंताओं को एक बार फिर उजागर करता है। जनता की निगाहें अब जांच पर टिकी हैं कि क्या अजीत कुमार को सही मायनों में न्याय मिलेगा।