CM के प्रोग्राम के पहले सीधी–सिंगरौली नेशनल हाईवे पर भीषण हादसा, बोलेरो ट्रक से टकराई, तीन की मौत, तीन रीवा रेफर
पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने लगाए गंभीर आरोप
सीधी–सिंगरौली नेशनल हाईवे 39 पर गुरुवार शाम हुए सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। CM के कार्यक्रम स्थल से बाहर टेंट से लदे खड़े ट्रक में तेज रफ्तार बोलेरो जा टकराई। जोरदार टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा शाम करीब 7:30 बजे हुआ और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बोलेरो की रफ्तार इतनी तेज थी कि वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
दुर्घटना में मृतकों की पहचान 24 वर्षीय धर्मेंद्र जायसवाल पिता चूड़ामणि जायसवाल और 55 वर्षीय गीता उर्फ आदित्य पिता रघुनाथ के रूप में हुई है, जबकि एक अन्य मृतक की शिनाख्त अभी नहीं हो पाई है। वहीं घायलों में 25 वर्षीय बालकृष्ण प्रजापति पिता बाबूलाल, 22 वर्षीय प्रिंस जायसवाल पिता जगयालाल और 22 वर्षीय अजय जायसवाल पिता जगदीश शामिल हैं। तीनों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए रीवा रेफर कर दिया गया है। सभी घायल और मृतक ग्राम जेठुला निवासी बताए जा रहे हैं।
हादसे को लेकर डीएसपी अमन मिश्रा ने पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। वहीं, घायलों को जिला अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद रीवा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। घटना स्थल पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और जांच शुरू कर दी है।
पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने उठाए सवाल
सीधी जिला अस्पताल पहुंचे पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने आरोप लगाया कि हादसे में जिनकी मौके पर मौत हो चुकी थी, उनकी बॉडी को परिजनों के पहुंचने से पहले ही उठा लिया गया, जबकि यह प्रोटोकॉल के खिलाफ है। पटेल ने कहा, “अगर किसी की मौके पर मौत हो जाती है तो तब तक उसकी बॉडी को वहां से नहीं उठाया जाना चाहिए जब तक परिजन न पहुंच जाएं। लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ।”
यही नहीं, उन्होंने जिला अस्पताल की कार्यप्रणाली पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मृत व्यक्तियों को भी ईसीजी के लिए लाया जा रहा है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और असंवेदनशील है। उनके अनुसार यह न केवल परिजनों के लिए पीड़ा बढ़ाने वाला है बल्कि स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की गंभीर खामियों को भी उजागर करता है।
हादसे ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
CM के कार्यक्रम के पूर्व स्थानीय लोगों ने बताया कि हाईवे पर लगातार बढ़ती तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग के चलते हादसे आम हो गए हैं। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल के ठीक बाहर इस तरह का हादसा होना प्रशासनिक सतर्कता और यातायात व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और काफी देर तक हाईवे पर जाम की स्थिति रही।
Sidhi accident:सीधी–सिंगरौली नेशनल हाईवे पर भीषण सड़क हादसा, दो की मौत, चार गंभीर घायल