Sidhi news:सीधी के मड़वास स्वास्थ्य केंद्र की हकीकत, डॉक्टर नदारद, लैब असिस्टेंट बना ‘डॉक्टर’
Sidhi news : सीधी जिले के मड़वास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाल तस्वीर सामने आई है। यहां स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुलती नजर आ रही है। पूरे अस्पताल में एक भी डॉक्टर पदस्थ नहीं है और मरीजों का इलाज लैब असिस्टेंट से करवाया जा रहा है। यही नहीं, डॉक्टरों की अनुपस्थिति में अब दवाइयां तक लैब असिस्टेंट लिखने लगे हैं।
20 गांव के मरीज हो रहे परेशान
मड़वास स्वास्थ्य केंद्र पर 20 से ज्यादा गांव के लोग इलाज कराने आते हैं। लेकिन अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से गरीब ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस समय अस्पताल पूरी तरह से सिर्फ एक नर्स के भरोसे चल रहा है, जो 24 घंटे मरीजों की देखभाल करती है।
सेटिंग से गायब हुई स्टाफ नर्स
Sidhi news : बीएमओ मझौली संदीप शुक्ला का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है। डॉक्टरों की पोस्टिंग यहां नहीं होती, इसलिए मरीजों को मझौली बुलाकर इलाज कराया जाता है। वहीं, अस्पताल में पोस्टिंग के बावजूद ऊपर से सिफारिश करके दो नर्सों का ट्रांसफर करा दिया गया। नतीजा यह है कि आज अस्पताल में सिर्फ एक नर्स मौजूद है।
“लैब असिस्टेंट ही हमारे डॉक्टर हैं” – मरीज
ग्राम कमचड़ निवासी मरीज रामलाल साहू ने बताया, “मैं इलाज के लिए अस्पताल आया था लेकिन डॉक्टर नहीं मिले। मजबूरी में लैब असिस्टेंट से ही दवाइयां लिखवाई। अब वही हमारे लिए डॉक्टर हैं।”
लैब असिस्टेंट अनिल गौतम भी खुलकर मानते हैं कि वे लोगों की सुविधा के लिए हल्का-फुल्का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मझौली 30 किलोमीटर दूर है, गरीब मरीज वहां नहीं जा पाते, इसलिए मैं ही प्रिस्क्रिप्शन में दवा लिख देता हूं ताकि लोग भटकें नहीं।
वरिष्ठ अधिकारी चुप
इस गंभीर मामले पर जब सीधी जिले की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बबीता खरे से बात करनी चाही तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला। अस्पताल पहुंचने पर भी उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया।