Rewa में चोरी से दहशत: बंद घर का टूटा ताला, जेवर–नकदी गायब; फरियादी भटकता रहा, थाने की लापरवाही पर सवाल
Rewa के रामसागर मंदिर के पास स्थित एक मकान में हुई बड़ी चोरी ने स्थानीय क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। फरियादी दिलीप कुमार चतुर्वेदी (44) निवासी ग्राम मलदेवा, हाल निवासी रामसागर मंदिर के पास बिछिया, ने थाना पहुंचकर बताया कि उनके ज्वाइंट परिवार का रीवा स्थित घर लंबे समय से खाली था। उनके बड़े भाई जयदेव चतुर्वेदी 24 अक्टूबर को परिवार सहित ग्राम बरही व चेननई चले गए थे, जबकि घर की देखरेख की जिम्मेदारी मंदिर के कथावाचक पंडितजी को दी गई थी।
22 नवंबर की शाम 7 बजे पंडितजी घर से उत्सव कार्यक्रम में चले गए थे। लेकिन 23 नवंबर शाम 6:30 बजे जब वे लौटे, तो उन्होंने देखा कि घर का मेन गेट और अंदर का कमरा टूटा हुआ पड़ा था। घबराहट में उन्होंने तत्काल भाभी को सूचना दी। बहू मौके पर पहुंची और देखा कि उसके कमरे की अलमारी का लॉक टूटा था तथा सामान अस्त–व्यस्त पड़ा था।
बहू ने अलमारी का सहेज करने पर पाया कि सोने–चांदी के कई पुराने इस्तेमाली गहने और 5000 रुपये नकद चोरी हो चुके थे। चोरी गए आभूषणों में—
2 पायल, 4 अंगूठी, मंगलसूत्र–गलसूत्र, मनचली, कमरबंद, हार, सिंगल लॉकेट माला, कंगन, झुमका, दो मंज़िला बिजली, नथ, बेदी, 5 बिछिया और लगभग 20 तोला चांदी शामिल है।
फरियादी दिलीप चतुर्वेदी ने बताया कि जेवरों की रसीदें उनके पास नहीं हैं, लेकिन मिलने पर वे पहचान कर लेंगे।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि घटना की जानकारी 23 नवंबर की शाम को मिलते ही फरियादी Rewa के थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करने में सुस्ती दिखाई। सूत्रों के अनुसार, थाना बिछिया में पीड़ित को घंटों इंतजार कराया गया और FIR दर्ज करने में भी देरी हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की इस लापरवाही से चोरों को भागने का पूरा मौका मिल गया।
आखिरकार, लंबी मशक्कत के बाद पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है। हालांकि, पुलिस की ढीली कार्यशैली और देर से की गई कार्रवाई पर अब स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं। इलाके में चोरी की यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशान छोड़ गई है।
