Sidhi में धान उपार्जन व्यवस्था पर प्रशासन सख्त, संयुक्त दल ने किया औचक निरीक्षण
Sidhi जिले में धान उपार्जन कार्य को पूरी तरह पारदर्शी, समयबद्ध और सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। कलेक्टर श्री स्वरोचिष सोमवंशी के निर्देश पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने जिले के कई उपार्जन केन्द्रों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत परखी।
निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि किसानों से खरीदी जा रही धान की गुणवत्ता, तौल प्रक्रिया और भंडारण व्यवस्था शासन के तय मानकों के अनुरूप हो तथा किसी भी स्तर पर अनियमितता या किसानों के साथ अन्याय न हो। इस क्रम में राजस्व विभाग, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, सहकारिता विभाग, मध्यप्रदेश स्टेट वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन और सहकारी केंद्रीय बैंक के अधिकारियों को शामिल करते हुए संयुक्त दल का गठन किया गया।
Sidhi के डिप्टी कलेक्टर प्रियल सिंह और कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी श्री संदीप तिवारी ने चंदवाही, पतुलखी, अमिलिया, अमिरती और बमुरी उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान धान की नमी और गुणवत्ता की जांच की गई, इलेक्ट्रॉनिक कांटों की तौल प्रक्रिया का अवलोकन किया गया तथा स्टैकिंग और परिवहन व्यवस्था की स्थिति को भी बारीकी से परखा गया।
अधिकारियों ने केन्द्र प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उपार्जन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों को धान विक्रय के दौरान अनावश्यक प्रतीक्षा न करनी पड़े, इसके लिए समय प्रबंधन और व्यवस्था सुधारने पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया कि किसानों को किसी तरह की तकनीकी या प्रशासनिक परेशानी का सामना न करना पड़े।
प्रशासन ने दो टूक शब्दों में कहा है कि यदि उपार्जन प्रक्रिया में गड़बड़ी, अनियमितता या भ्रष्टाचार की शिकायत सामने आती है तो संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन ने यह भी दोहराया कि सभी उपार्जन केन्द्रों पर शासन के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए नियमित, पारदर्शी और सुचारु संचालन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए।
