रेल सेवा तक माला त्याग का संकल्प, sidhi सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने सुशासन दिवस पर लिया बड़ा फैसला
sidhi जिले में बहुप्रतीक्षित रेल सेवा को लेकर एक बार फिर सियासी माहौल गरमा गया है। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस, संजय गांधी कॉलेज सीधी में मंगलवार देर शाम सुशासन दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने मंच से ऐसा ऐलान किया, जिसने सभी का ध्यान खींच लिया। सांसद ने सार्वजनिक रूप से यह संकल्प लिया कि जब तक सीधी जिले में ट्रेन का नियमित संचालन शुरू नहीं हो जाता, तब तक वे किसी भी कार्यक्रम में माला नहीं पहनेंगे—चाहे वह राजनीतिक हो या सामाजिक।
sidhi जिले के कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा उस समय की गई, जब मंच पर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष देवकुमार सिंह चौहान सहित पार्टी के कई पदाधिकारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे। सांसद के इस फैसले को जिले के विकास से जोड़कर देखा जा रहा है, खासकर उस रेल परियोजना से, जिसकी मांग वर्षों से स्थानीय लोग कर रहे हैं।
अपने संबोधन में सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने कहा कि यह संकल्प प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि जनता के विश्वास और विकास के प्रति उनकी जिम्मेदारी को दर्शाता है। उन्होंने अपने पिछले अनुभव को साझा करते हुए बताया कि इससे पहले भी उन्होंने इसी तरह की शपथ ली थी, जिसका सकारात्मक परिणाम सामने आया था।
सांसद डॉ. राजेश मिश्रा का बयान (हूबहू, भाषा सुधार सहित):
“मैं आज फिर यह संकल्प ले रहा हूं कि जब तक सीधी जिले में ट्रेन नहीं आ जाती, तब तक मैं किसी भी कार्यक्रम में माला नहीं पहनूंगा, चाहे वह पार्टी का कार्यक्रम हो या कोई भी अन्य आयोजन। पिछली बार भी मैंने शपथ ली थी कि जब तक सीधी में ट्रेन का ट्रायल नहीं होगा, तब तक मैं माला नहीं पहनूंगा। उस दौरान मैंने माला नहीं पहनी और आप सभी ने देखा कि जल्द ही सीधी में ट्रेन का ट्रायल हुआ। उसी के बाद मैंने माला पहनना शुरू किया। मुझे पूरा विश्वास है कि यह शपथ भी जल्द पूरी होगी।”
सांसद के इस बयान के बाद कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोगों ने तालियों के साथ समर्थन जताया। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सांसद का यह कदम रेल सेवा को लेकर केंद्र और रेलवे प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने की दिशा में एक मजबूत संदेश है।
