रक्तदान में मानवता की मिसाल: डॉ. प्रशांत तिवारी ने विश्व रक्तदान दिवस पर फिर बढ़ाया मदद का हाथ
रीवा, मध्य प्रदेश।
विश्व रक्तदान दिवस के पावन अवसर पर कुशा भाऊ ठाकरे जिला अस्पताल, बिछिया (रीवा) में एक बार फिर इंसानियत की मिसाल पेश की गई। डॉ. प्रशांत कुमार तिवारी, जूनियर रेजिडेंट (JR-2), पैथोलॉजी विभाग, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जिला अस्पताल, रीवा ने स्वेच्छा से रक्तदान कर किसी अनजान ज़रूरतमंद की जान बचाने का संकल्प दोहराया।
डॉ. तिवारी का यह रक्तदान महज एक कर्मकांड नहीं, बल्कि लगातार 10 वर्षों से चली आ रही एक सेवा यात्रा का हिस्सा है। अब तक वे अपने रक्त के माध्यम से दर्जनों लोगों को नया जीवन दे चुके हैं। जहां कहीं उनकी पदस्थापना हुई, वहां उन्होंने रक्तदान को लेकर जागरूकता फैलाई और युवाओं को इससे जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
वे न केवल खुद रक्तदान करते हैं, बल्कि आपातकाल में ज़रूरतमंदों को स्वयं सामने आकर रक्त मुहैया कराते हैं। उनका मानना है कि “रक्तदान सिर्फ दान नहीं, बल्कि इंसानियत की सबसे सुंदर अभिव्यक्ति है।”
विश्व रक्तदान दिवस पर उन्होंने सोशल मीडिया के ज़रिए संदेश देते हुए कहा—
“किसी अनजान की ज़िंदगी बचाने का सुख शब्दों में नहीं बयां किया जा सकता। आइए, हम सब मिलकर जीवन बचाने की इस श्रृंखला को आगे बढ़ाएं।”
डॉ. तिवारी जैसे चिकित्सा कर्मी समाज के लिए प्रेरणा हैं, जो निस्वार्थ सेवा भावना के साथ लोगों की जिंदगी बचाने में जुटे हैं। उनकी यह पहल, विशेषकर युवा वर्ग को रक्तदान के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
समाज को चाहिए कि वह ऐसे समर्पित चिकित्सकों का सम्मान करे और रक्तदान जैसे पुण्य कार्य को जन-आंदोलन बनाए।