Bhoga nandeeswar temple : कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले के नंदी पहाड़ी (नंदी हिल्स) के तल पर स्थित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे नंदिश्वर या नंदीश्वर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर कर्नाटक के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों में से एक है।
Bhoga nandeeswar temple : मंदिर का जाने इतिहास
भोगा नंदिश्वर मंदिर का निर्माण चोल, गंगा, होयसला और विजयनगर साम्राज्य के शासकों द्वारा चरणबद्ध तरीके से किया गया था। इसका निर्माण लगभग 9वीं से 13वीं शताब्दी के बीच हुआ। यह मंदिर प्रारंभ में गंग वंश के शासकों द्वारा बनाया गया था और बाद में चोलों और होयसलों ने इसका विस्तार किया। विजयनगर के शासकों ने भी इस मंदिर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
विशेषताएं
स्थापत्य कला
भोगा नंदिश्वर मंदिर द्रविड़ स्थापत्य शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है। मंदिर के गर्भगृह, मंडप, और गोपुरम को बारीक नक्काशी से सजाया गया है। मंदिर में नंदी की मूर्ति भी स्थापित है, जो बहुत ही सुंदर और आकर्षक है।
मंदिर की संरचना
यह मंदिर दो मुख्य भागों में विभाजित है – भोगा नंदिश्वर और योगा नंदिश्वर। भोगा नंदिश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जबकि योगा नंदिश्वर मंदिर भगवान शिव के योग स्वरूप को समर्पित है। इसके अतिरिक्त, अरुणाचलेश्वर और उमा महेश्वर मंदिर भी इसी परिसर में स्थित हैं।
Bhoga nandeeswar temple : ध्यान और साधना स्थल
मंदिर के परिसर में एक बड़ा और शांत वातावरण है, जो ध्यान और साधना के लिए आदर्श है। यह स्थान अपने शांति और पवित्रता के लिए भी प्रसिद्ध है।
महत्व
भोगा नंदिश्वर मंदिर धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह मंदिर शिव भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। इसके अलावा, यह मंदिर वास्तुकला प्रेमियों और इतिहासकारों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।
किसने बनवाया:
भोगा नंदिश्वर मंदिर का निर्माण और विस्तार विभिन्न राजवंशों द्वारा किया गया था। गंग वंश के शासकों ने इसका प्रारंभिक निर्माण किया, और इसके बाद चोल, होयसला, और विजयनगर साम्राज्य के शासकों ने इसका विस्तार और विकास किया।
प्रसिद्धि:
भोगा नंदिश्वर मंदिर अपनी स्थापत्य कला, ऐतिहासिक महत्व, और धार्मिक पवित्रता के कारण प्रसिद्ध है। यह मंदिर नंदी हिल्स के निकट स्थित है, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इसलिए यह मंदिर नंदी हिल्स की यात्रा करने वाले पर्यटकों के बीच भी आकर्षण का केंद्र है।
मंदिर की विशेषता और इसकी सुंदरता इसे एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल बनाती है।