रीवा में 1100 वोटरों का एक घर: BJP सांसद जनार्दन मिश्रा का ‘वोट चोरी’ पर सनसनीखेज खुलासा”
देश में ‘वोट चोरी’ के मुद्दे ने सियासी हलकों में हंगामा मचा रखा है। विपक्ष द्वारा भारतीय जनता पार्टी (BJP) और चुनाव आयोग पर लगाए जा रहे मतदाता सूची में हेरफेर के आरोपों के बीच, रीवा से BJP सांसद जनार्दन मिश्रा ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। मिश्रा ने दावा किया है कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के दौर में रीवा में एक ही घर से 1100 वोटरों के नाम सामने आए थे, जिसके बाद कांग्रेस की सरकार सत्ता से बेदखल हो गई और BJP की सरकार बनी। यह बयान तेजी से वायरल हो रहा है और सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गया है।
वोट चोरी का सनसनीखेज दावा
सांसद जनार्दन मिश्रा, जो रीवा लोकसभा क्षेत्र से 2014, 2019 और 2024 में लगातार जीत हासिल कर चुके हैं, ने हाल ही में एक सार्वजनिक मंच पर यह दावा किया। उन्होंने कहा कि श्रीनिवास तिवारी के समय मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी सामने आई थी, जिसमें एक ही पते पर 1100 वोटर दर्ज थे। इस खुलासे के बाद तत्कालीन कांग्रेस सरकार को सत्ता गंवानी पड़ी और BJP ने सत्ता हासिल की। मिश्रा का यह बयान वर्तमान में चल रहे ‘वोट चोरी’ विवाद को और हवा दे रहा है, जहां विपक्ष ने BJP पर मतदाता सूची में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है।
वायरल वीडियो ने मचाया तहलका
सांसद के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। X पर कई यूजर्स ने इस वीडियो को शेयर करते हुए BJP और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। कुछ यूजर्स ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया, तो कुछ ने मिश्रा के खुलासे को विपक्ष के आरोपों का जवाब माना। एक X पोस्ट में कहा गया, “BJP सांसद का यह बयान वोट चोरी के खेल को उजागर करता है। क्या यह पुरानी गड़बड़ियों का सच है या नया सियासी दांव?”
विपक्ष का हमला और BJP का पलटवार
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने मिश्रा के बयान को BJP की रणनीति का हिस्सा बताते हुए कहा कि यह पुराने मामले को उठाकर मौजूदा विवाद से ध्यान भटकाने की कोशिश है। X पर कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल ने हाल ही में बिहार में मतदाता सूची में गड़बड़ी का दावा किया था, जिसमें एक मकान में 269 और 247 वोटरों के नाम होने की बात सामने आई थी। विपक्ष का कहना है कि BJP और चुनाव आयोग मिलकर मतदाता सूची में हेरफेर कर रहे हैं।
वहीं, BJP ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि विपक्ष अपनी हार की हताशा में आधारहीन आरोप लगा रहा है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, “जनार्दन मिश्रा ने पुरानी गड़बड़ियों का जिक्र किया, जो कांग्रेस के शासनकाल में हुई थीं। अब जब BJP ने पारदर्शिता के साथ काम किया है, तो विपक्ष बौखला गया है।”
रीवा का सियासी इतिहास
रीवा लोकसभा सीट पर BJP का दबदबा रहा है। जनार्दन मिश्रा ने 2019 में 57.61% वोट शेयर के साथ कांग्रेस के सिद्धार्थ तिवारी ‘राज’ को 312,808 वोटों से हराया था। 2024 में भी मिश्रा ने कांग्रेस की नीलम अभय मिश्रा को 193,374 वोटों से पराजित किया। रीवा की आठ विधानसभा सीटों—सिरमौर, सेमरिया, तेवंथर, मऊगंज, देवतलाब, मंगवान, रीवा और गुरह—में BJP का प्रभाव रहा है, लेकिन मतदाता सूची में गड़बड़ी के दावे इस क्षेत्र की सियासत को फिर से गर्मा सकते हैं।
वोट चोरी का व्यापक विवाद
हाल के दिनों में ‘वोट चोरी’ का मुद्दा देशभर में चर्चा में है। X पर कई पोस्ट्स में दावा किया गया कि एक ही पते पर सैकड़ों वोटरों के नाम दर्ज हैं। उदाहरण के लिए, बिहार के मुजफ्फरपुर और जमुई में क्रमशः 269 और 247 वोटर एक ही मकान में दर्ज होने की बात सामने आई। एक अन्य पोस्ट में 11,965 डुप्लिकेट वोटरों और एक पते पर 10,452 वोटरों की बात कही गई। ये दावे विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, द्वारा उठाए जा रहे हैं, जो इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बता रहे हैं।
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