Khat par sistem : नही देखा होगा सिस्टम की ऐसा फोटो
यही गांव में नही थीं पक्की सड़क. घुटनों तक कीचड़ में घुसकर मरीज किसान को खाट पर ले जाना पड़ा अस्पताल.
Khat par sistem : एमपी के रीवा जिले के त्योंथर विधान सभा क्षेत्र से सिस्टम को शर्मशार तस्वीर सामने आ गई है। वही अब जहां अचानक बीमार हुए एक किसान को गांव के लोगो द्वारा खाट पर लेटाकार अस्पताल पहुंचाना पड़ गया है। जहा अब वह इस लिए क्योंकि नेता जी के चुनावी वादे वाली अब सड़क की हालत भी खस्ता हो गई थी। साथ ही वहां तक चार पहिया वाहन का पहुंच पाना अब मुश्किल ही नामुमकिन था.
जहा अब बीमार किसान को खाट पर लेटाकर अस्पताल ले जाते वक्त ही अब ग्रामीणों को काफी कठिनाई झेलनी पड़ी गांव में पक्की सड़क न होंने के चलते ही बारिश की वजह से गड्ढेदार सड़क पर घुटनो तक कीचड़ भरा हुआ था। जहा अब मरीज को खाट पर लेटाकर कई किलोमीटर तक का पैदल सफर करके ग्रामीणों ने किसी कदर बीमार किसान को मुख्य मार्ग तक पहुंचाया इसके बाद मोटर साइकल से उसे अस्पताल ले गए तब कही जाकर डॉक्टरों ने बीमार किसान का उपचार शुरू किया.
Khat par sistem : वही दरअसल यह सिस्टम की यह शर्मनाक तस्वीर त्योंथर तहसील के सोहागी ग्राम पंचायत स्थित वॉर्ड क्रमांक 1 की है. साथ ही यहां पर रहने वाले 45 वर्षीय किसान रामनरेश हरिजन अपने खेत की रखवाली करने गए हुए थे। जहा अब इसी बीच अचानक से उनकी तबीयत खराब हो गई और उनके पेट में असहनीय दर्द होना शुरू हो गया।
जहा अब गांव से मुख्य मार्ग तक जाने वाली सड़क की हालत बद से बत्तर थी जिसके चलते ग्रामीणों के सामने एक बडी चुनौती थी की आखिरकार वह मरीज को मुख्य मार्ग तक लेकर कैसे जाए जिससे की अस्पताल पहुंचकर तत्काल उनका इलाज कराया जा सके.
Khat par sistem : साथ ही अब अगर मरीज को अस्पताल ले जानें के लिए ग्रामीण किसी चार पहिया वाहन का इंतेजार करते तबतक बडी अनहोनी हो सकती थी। जहा अब क्योंकि मुख्य मार्ग तक पहुंचाने वाली सड़क काफी जर्जर थी जिसमें बारिश की चलते घुटनो तक कीचड़ भरा हुआ था. जहा मेरे ग्रामीणों ने तत्काल घर से एक खाट निकाली और उस पर मरीज किसान को लेटाया और खाट को कांधे पर लेकर मुख्य मार्ग तक तक जाने के लिए रवाना हुऐ इस बीच उन्हे बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. क्योंकि बार बार उनके पैर कीचड़ में धस रहे थे कई बार तो वह मरीज और खाट समेत कीचड़ में गिरते गिरते बचे.
वही अब इस खाट के सहारे मरीज किसान को लेकर कड़ी मशक्कत करते हुए किसी कदर ग्रामीणों ने कीचड़ से भरे 2 किलोमीटर खस्ताहाल सड़क को पार किया और मुख्य मार्ग तक पहुंचे इसके बाद मरीज किसान को बाइक पर बिठाकर उन्हे त्योंथर सिविल अस्पताल ले गए जिसके बाद डॉक्टरों ने मरीज किसान रामनरेश हरिजन का उपचार शुरू किया. जहा वह पूरे घटनाक्रम का वीडियो किसी ग्रामीण ने अपने मोबाईल अपने कैमरे में कैद कर लिया जिसके बाद सरकारी सिस्टम और नेताओ के द्वारा किए गए वादों की पोल खुल गई.
दरअसल यह कोई पहला एसा मामला नहीं है इसके पूर्व भी कई बार इस तरह के मामले प्रकाश में आ चुके है. जिले भर में कई ऐसे गांव है जहां आजादी के बाद से अब तक ग्रामीणों को पक्की सड़क तक नसीब नहीं हुई जिसके चलते ग्रामीणों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है कई ग्रामीण तो सही समय पर अस्पताल न पहुंचने के चलते रास्ते में ही दम तोड देते है. अब देखना होगा की सिस्टम की शर्मनाक तस्वीर सामने आने के बाद अब सरकारी सिस्टम की ओर से क्या कर्रवाई की जाती है.
वही अब इस बीमार किसान को खाट पर लिटाकर अस्पताल ले जानें वाले गांव के ही रहने वाले भानू प्रताप कुशवाहा ने बताया की रामनरेश हरिजन अपने खेत की रखवाली करने आए हुए थे अचानक उनके पेट में असहनीय दर्द हुआ और उनकी हालत बिगड़ गई. जहाँ अब मुख्य मार्ग तक जाने वाली गांव की सड़क की हालत जर्जर है जिसके कारण उन्हें खाट पर लेटाकर अस्पताल ले जाना पड़ा.
साथ ही पीछले 15 सालो से सड़क की स्थिति दयनीय है कुछ वर्ष पहले जर्जर सड़क पर मिट्टी डाली गई थी लेकिन बारिश के दिनो मे यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है क्योंकि बरसात के दिनो मे सड़क कीचड़ से भर जाती है. विधायक सहित एसडीएम को कई बार सड़क की समस्या से अवगत कराया गया लेकिन स्थित जस की तस बनी हुई है.
वही अब इस मामले पर जब जनपद सीईओ राहुल पाण्डेय से बात की गई तो उन्होने बताया की सोहागी में वायरल हो रहा वीडियो दुखद है.जहा वहां पर एक सुदूर सड़क की स्वीकृति देनी है लेकिन किन्ही कारणों के चलते जिला पंचायत से परमीशन नही मिल पाई है. वही वह रास्ता एक किलोमीटर का है जो पूरी तरह से कीचड़ युक्त है जिससे ग्रामीणों को आवागवन में बाधा उत्पन्न होती है हमारे द्वारा प्रयास किए जा रहे है की बरसात के बाद जैसे ही स्वीकृति होगी तो सड़क का निमार्ण करवाया जाएगा.