Jila panchayat CEO: सीधी जिला पंचायत मे दिख रहा फर्जी टीएस का प्रभाव।
सीए आडिट टीम को आडिट करने आ रहा पशीना।
जिले की एक भी ग्रामपंचायतों ने नही संधारित है रिकार्ड।
सीईओ जिला पंचायत लाहुल नामदेव थोटे की कार्यप्रणाली पर उठ रहा सवाल।
Jila panchayat CEO: सीधी जिला पंचायत की दहलीज इन दिनो विबादित चल रही है कुछ दिनो पहले डब्ल्यू आर घोटाला शान्त नही हुआ कि रह भी बाते निकल कर सामने आये कि लगभग 12 सौ जिन कार्यो की तकनीकी स्विकृति दी गई है उनकी तकनिकी स्वकृति अमानक है तब से पूरे महकमे मे खलबली मची हूई है उसी से जुडा एक और मामला निकल कर सामने आ रहा है जिसमे यह सूचना आ रही की सीधी जिले की ग्रामपंचायतो मे जो अर्ध वार्षिक व वार्षिक आडिट होना चाहिए व अब नही हो पा रहा है।
Jila panchayat CEO: इसका प्रमुख कारण यह बताया जा रहा की जिले की ग्रामपंचायतों के पास सीए टीम से आडिट कराने डाकुमेन्ट संधारित नही ग्रामपंचायतों जहा 15 प्रकार के रजिस्टर होने चाहिए वह उपल्ध नही है।एसे मे सीए आडिट मे काफी दिक्कतें जा रही है सूत्रो की माने तो सीधी जिले सिहावल ब्लाक मे पिछले छमाही का आडिट नही कराया गया है और 06 माह का समय बीतने के बाद वार्षिक आडिट मात्र 10 फिसदी होने की सूचना है।
वैसे भी सीधी जिला पंचायत की दहलीज अर्से से दागदार रही है एक के बाद एक घोटालों की सूचनाए आती रही है,जटरोपा घोटाला,जटरोपा ईन्शुलीन घोटाला, खोआ प्रोजेक्ट, मनरेगा घोटाला ,टीएसी घोटाला,डब्लूआरडी घोटाला व फर्जी टीएस मामला, जिस जिसमे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अभ्युदय सिह का राजनैतिक कैरियर तक प्रभावित हुआ है। और तो और पूर्व जिला पंचायत सीईओ चन्द शेखर बोरकर को आज भी सीधी पेशी मे आने की सूचना है।
Jila panchayat CEO: यह मामला रही नही थमा यहा तक बाते निकल कर सामने आ रही थी की सीधी पूर्व जिंप सीईओ एबी सिंह के कार्यकाल मे तो फर्जी आदेश तक पकडे गये जिसम ग्रामपंचायत सचिव को बहाल करने जिला पंचायत से फर्जी आदेश सीईओ का हस्ताक्षर करके जनपद तक भेजे जा चचके हो भ्रष्टाचार का क्रम यही नही रूका 48लाख की बिल्डिंग की 24 लाख मे रंगरोदं तक करवाया जाने वाला मामला ससके सामने आ चुका है।
ग्राम पंचायतो मे आडिट अधड मे
सीधी जिला पंचायत सीईओ राहुल नामदेव थोटे की प्रशासनिक पकड इतनी लचर है कि ग्रामपंचायत सचिवो द्वारा अपने ग्रामपंचायत का रिकार्ड ही संधारित नहि किया झा सका है ए,ए मे ग्रामपचायते सीए आडिट कराने मे कतराते नजर आ रहे है पिछले छः माह से आडिटर जिले मे बैठे है मात्र 10 फिसदी आडिट का काम हो सका है।
यही नही सिहावल ब्लाक ने छमाही आडिट तक नही कराया है एसे मे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामपचायते किस दौर से गुजर रही है एसे मे इन दिनो आडिटर व विभाग के बीच लिखा पढी का दौर चल रहा है अब देखना यह है जैसे -तैसे काम निकाला जायेगा या फिर सीईओ जिला पंचायत से फरमान जारी कर ग्रामपंचायत के डाकुमेन्ट संधारित करवाये जायेगे।
जनपद के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध
सीधी जिले के पांच जनपदो मे सीधी,मझौली,कुसमी ,सिहावल, रामपुरनैकिन कार्यालय मे जो अधिकारी कर्मचारी बताया ठे है वे अपने मारफत ग्रामपंचायत सचिवो को अपने हिसाब से गुमराह करते रहते है कि आडिट होता रहेगा पहले सीएम हेल्पलाइन मे हुई शिकायत का निराकरण करवाये यही नही जनपद स्तर के कर्मचारियों अधिकारियों का काम है ग्रामपचायतो का सुपरवीजन करना लेकिन यहा लोग ग्रामपचायतो के रिकॉर्ड संधारण करवने के बजाय कार्यों के ठेकेदारी मे ब्यस्त नजर आ रहे है।
इनका है कहना
मामला हमारे संज्ञान मे नही आया है जैसे जानकारी मिलती है कार्यवाही करेगे।
राहुल नामदेव थोटे सीईओ जिला पंचायत सीधी
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