प्राइवेट क्लिनिक में उलझे डॉक्टर, फर्श पर इलाज को मजबूर मरीज: कब सुधरेगा जिला अस्पताल?
सीधी।
जिले की बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता पंकज सिंह ने कहा कि जिला अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी और प्राइवेट प्रैक्टिस ने आम लोगों की जान जोखिम में डाल दी है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर कब जिला अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या पूरी होगी और कब निजी क्लीनिकों पर नियंत्रण लगेगा?
पंकज सिंह ने बताया कि 400 बिस्तरों वाले जिला अस्पताल में 59 विशेषज्ञ डॉक्टरों की जरूरत है, लेकिन फिलहाल केवल 14 डॉक्टर कार्यरत हैं। इनमें से कई डॉक्टर अस्पताल की बजाय अपने निजी क्लीनिक में प्रैक्टिस करने में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में गरीब मरीज जिनके पास निजी इलाज के लिए पैसे नहीं हैं, वे अस्पताल में दर-दर भटकने को मजबूर हैं।
उन्होंने बताया कि गर्मी के इस भीषण दौर में गंभीर मरीज अस्पताल के बरामदों में फर्श पर लेटकर ड्रिप और इंजेक्शन लेने को मजबूर हैं। ये हालात न केवल स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर करते हैं, बल्कि सरकार की संवेदनहीनता पर भी सवाल खड़े करते हैं।
पंकज ने कहा कि 22 साल से भाजपा की सरकार है, लेकिन अब तक जिला अस्पताल की हालत नहीं सुधरी। सरकार के जनप्रतिनिधि अपने पोस्टर और बैनरों में फोटो न होने पर प्रशासन को घेर लेते हैं, लेकिन अस्पताल की बदहाली पर सब चुप्पी साध लेते हैं।
“जनता अब अपमान, लूट और मृत्यु नहीं सहेगी, स्वास्थ्य व्यवस्था में तुरंत सुधार हो!” — पंकज सिंह