Drug mafiya: भारत देश में लगातार बढ़ रहे हैं दवाइयां के दाम प्रशासन आंख बंद करके बन रहा अनजान
Drug mafiya : भारत में सबसे अधिक आबादी है जिसकी वजह से यहां लोगों के बीमार होने की संख्या भी सबसे अधिक है। लोगों के पास खाने-पीने का समान हो या ना हो रहने का जगह हो या ना हो लेकिन फिर भी बीमार होने पर दवाइयां के लिए वह पैसा कहीं ना कहीं से जुगाड़ ही लेते हैं। क्योंकि अपने आप को सुरक्षित रखना सभी लोगों को आता है। ऐसे में सबसे अधिक मुनाफा इसी इंडस्ट्री में है जहां दवाइयां को बनाना और उसे बेचना सबसे अधिक मुनाफा मे फायदा नजर आता है।
इसीलिए भारत देश में बन रही दवाइयां की कंपनियों में यह निश्चय किया है कि लगातार इसमें दामों में बढ़ोतरी करें और यही देखने को मिल रहा है जहां पर एक महीने में ही दवाइयां की एमआरपी इतनी बढ़ जाती है कि आप उसे खरीद नहीं सकते हैं। यह दवाई महंगी कीमत पर मिलती है जिसे लोग खरीदने के लिए मजबूर हैं और हम और आप लूटने का बस इंतजार करते रहते हैं।
Drug mafiya : इन दिनों सोशल मीडिया ट्विटर पर एक दवाई काफी वायरल हो रही है जिसका दाम 1 महीने पहले 195 रुपए था। लेकिन एक महीने बाद जब देखा गया तो उसे दवाई का रेट 350 रुपए बढ़ गया। एकाएक दवाई में इतना उछाल आ गया कि अब लोगों की जेब ढीली पड़ रही है लोग बीमार होने के बाद भी डॉक्टर के पास नहीं जा पा रहे हैं।
हालांकि कांग्रेस और अन्य पार्टी के लोग इसे अब चुनावी मुद्दा बता रहे हैं क्योंकि कुछ दिन पहले इलेक्ट्रॉरल बैंड का नाम आया था। जहां भारतीय जनता पार्टी को भरपूर चंदा मिला था लेकिन यह पता नहीं था कि आखिर भारतीय जनता पार्टी को चंदा किसने दिया। इसके बाद कांग्रेस और अन्य पार्टियों सहित कुछ लोगों ने इसका एक वीडियो बनाया और बताया की दवाइयां की कंपनियों ने भारतीय जनता पार्टी को चंदा दिया था जिसके बाद अब वह पैसा अपना वसूल कर रही है और इस प्रकार की दवाइयां को दोगुनी अधिक महंगे दामों में बेच रही है।
हालांकि इस बात पर कितनी सच्चाई है और कितनी नहीं यह तो वक्त ही बताएगा पर दवाइयां के दाम बढ़ाने की वजह से लोगों में काफी नाराजगी है तो वही आम आदमी अब जाए तो कहां जाए यह सोचने के लिए मजबूर हो गया है।