Sidhi news:भ्रष्टाचार की हदें हो चुकी हैं पार, शिकायतों के बाद भी नहीं होती कार्यवाही
Sidhi news:सीधी जिले के रामपुर नैकिन जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़खरा 734 में भ्रष्टाचार की सभी हदें पार हो चुकी हैं। निर्माण कार्यों के नाम पर लंबा घोटाला हुआ है। इसकी शिकायत कलेक्टर सहित जिला पंचायत सीईओ रहे राहुल धोटे के पास भी की जा चुकी है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। यहां तक कि रामपुर नैकिन के सीईओ को जांच करने का निर्देश दिया गया लेकिन वह भी औपचारिक रूप से जांच करते देखे गए हैं।जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के अंतर्गत ग्राम पंचायत बडखरा 734 जो भ्रष्ट्राचार के लिए समूचे जिले में बहुचर्चित है। कलेक्टर महोदय सीधी एवं तत्कालीन सीईओ जिला पंचायत राहुल धोटे को विभिन्न निर्माण कायों में घोर वित्तीय अनियमितता की शिकायत दिनांक 23 जनवरी 2024 को की गई। नतीजा शून्य ए कोई जांच नहीं की गई। पुनः दिनांक 2 जुलाई 2024 को आवेदन दे कर शिकायत की गई। कलेक्टर सीधी ने जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया था लेकिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामपुरनैकिन राजीव तिवारी ने कलेक्टर सीधी के निर्देश का कार्यपालन नहीं किया है और न ही कोई इनके द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया। जिससे दोषियों के हौसले बुलंद हैं। ग्राम पंचायत बडखरा 734 में जनवरी 2018 से 2022 के मध्य बिना कोई निर्माण कार्य कराए शासकीय राशियो का फर्जी तरीके से आहरण कर बंदरबाट किया गया है।
Sidhi news:इन निर्माण कार्यों में किया गया फर्जीवाड़ा का काम
पंचायत द्वारा पीसीसी सड़क निर्माण कार्य वैजनाथ कोरी के घर से जगन्नाथ गुप्ता के घर तक के नाम पर स्वीकृति दिनांक 7 जुलाई 2018 को 1 लाख 50 हजार रूपए फर्जी तरीके से आहरित किया गया। सड़क का निर्माण कार्य आज दिनांक तक नहीं कराया गया है। शिकायत के बाद भी दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही का न होना दुर्भाग्य पूर्ण है। सुदूर ग्रामीण सड़क निर्माण कार्य मैन रोड से विनयराज सिंह के घर आगे श्मशान घाट तक के नाम पर तकरीबन 7 लाख से ऊपर की राशि का आहरण किया गया है। निर्माण के नाम पर सड़क के कुछ हिस्सों में सिर्फ गिट्टी और डस्ट डालकर कोरम पूर्ति कर दी गई, जबकि निर्माण कार्य अधूरा है और राशि पूरी निकाल ली गई है। छोटेलाल कुशवाहा के घर के पास कलवर्ट पुलिया के नाम पर स्वीकृति दिनांक 4 फरवरी 2020 को 2 लाख 22 हजार रुपए एवं इस रोड में श्रीनिवास कारपेंटर के घर के पास कल्वर्ट पुलिया के नाम पर स्वीकृति 1 अक्टूबर 2019 को 2 लाख रुपए फर्जी तरीके से राशि आहरित की गई है। जबकि इस रोड का टेंडर पीडब्ल्यूडी विभाग सीधी द्वारा 31 जुलाई 2018 को हो चुका था और कार्य निर्माणाधीन था। ऐसे में नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए सिर्फ कागज में पुलिया का निर्माण कार्य तत्कालीन सरपंच चेतमणि सोनी द्वारा कराया गया है।
Sidhi news:टेंडर के नाम पर भी किया गया मनमानी का खेल
नियमतः टेंडर होने के बाद इस रोड में ग्राम पंचायत को कोई निर्माण कार्य करने का कोई अधिकार ही नहीं था।। कल्वर्ट पुलिया निर्माण स्वर्गीय मंगल सोनी एवं कौशल तिवारी के घर के पास पुरानी बनी पुलिया को कागज में नई पुलिया निर्माण दिखाकर क्रमशः स्वीकृति 16 अक्टूबर 2019 को 4 लाख रुपए और स्वीकृति दिनांक 28 दिसंबर 2019 को 2 लाख 97 हजार रुपए सिर्फप्लास्टर करके फर्जी तरीके से आहरित किए गए है। ग्राम पंचायत के तत्कालीन सरपंच एवं सचिव के द्वारा पंचायत पोर्टल में भ्रष्ट्राचार छिपाने के उद्देश्य से निर्माण स्थल का उल्लेख न करते हुए सिर्फ एक नग पुलिया निर्माण कार्य ग्राम बडखरा में कराए जाने काउल्लेख किया है। जबकि नियम के अनुसार पोर्टल निर्माण स्थल का उल्लेख होना चाहिए। भ्रष्टाचार को छिपाने के मकसद ऐसा किया गया था।
Sidhi news:पंचायत की शौंचालय के नाम पर भी जारी हुई राशि हद तो तब हो गई जब बिना कोई निर्माण कार्य के पंचायत भवन के शौचालय और फर्श मरम्मत के नाम पर स्वीकृति दिनांक 7 मार्च 2019 को 2 लाख 50 हजार रुपए फर्जी तरीके से आहरण कर लिया गया। फिर पुनः पंचायत भवन के मरम्मत के नाम पर स्वीकृति दिनांक 28 अप्रैल 2018 को 50 हजार रुपए निकाला गया है। जिसे जिला मनरेगा अधिकारी सीधी अशोक शुक्ला के द्वारा स्थल निरीक्षण कर देखा गया और यह पाया कि शौचालय व अन्य निर्माण कार्य नही कराए गए है। रोजगार सहायक शैलेष शुक्ला द्वारा जिला मनरेगा अधिकारी के समक्ष राशि आहरण किया जाना स्वीकार भी है जिला मनरेगा अधिकारी द्वारा 7 के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश ग्राम पंचायत के पंचायत कर्मियों को दिया गया था। लेकिन दोषियों के विरुद्ध अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही नही की गई।
Sidhi news:टंकी एवं कचरा पेटी मरम्मत पर भी फर्जीवाड़ा
वित्तीय वर्ष 2018 से 2022 के मध्य पशुओं के लिए पानी पीने की टंकी, कचरा पेटी, तालाब सौदरीकरण, पंपहाउस मरम्मत कार्य, कांजी हाउस मरम्मत कार्य आदि के नाम पर शासकीय राशि का गबन किया गया है और कोई निर्माण काम नहीं किया गया है। कुशवाहा बस्ती में पीसीसी सड़क निर्माण के नाम के नाम पर 2 लाख 55 हजार रुपए निकाला गया, सैकड़ों शिकायतो के बाद सडक के एक चौथाई हिस्से में निर्माण कार्य किया गया है और तीन चौथाई हिस्सा आज भी अधूरा पड़ा हुआ है। इसी तरह से राममिलन कारपेंटर के घर से देवदास पटेल के घर तक पीसीसी सड़क निर्माण के नाम पर 4 लाख 46 हजार रुपए निकाला गया है। जनसुनवाई में कई बार आवेदन देने के बाद कुछ हिस्से में मजबूरन निर्माण के नाम पर कोरम पूर्ति की गई है शेष हिस्सा आज भी अधूरा पड़ा है।