Sidhi crime:“छोटे शहर का माहौल अच्छा नहीं लगता था… बड़े सपनों के बहकावे में हैदराबाद पहुंच गई”- किशोरी का बयान
चुरहट पुलिस ने 1100 किमी दूर से सुरक्षित बरामद कर आरोपी को दबोचा
Sidhi crime: “मुझे घर की परिस्थितियाँ और छोटे शहर का सीमित माहौल अच्छा नहीं लगता था… आरोपी युवक ने मीठी बातें करके बड़े शहर में नौकरी और बेहतर जिंदगी का सपना दिखाया, मैं उसी के बहकावे में आ गई।”
यह चौंकाने वाला बयान उस 15 वर्षीय नाबालिक किशोरी का है, जिसे चुरहट पुलिस ने 1100 किलोमीटर दूर हैदराबाद (तेलंगाना) से सुरक्षित बरामद किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
17 अक्टूबर को दर्ज हुई थी गुमशुदगी
मामला तब प्रारंभ हुआ जब 17.10.2025 को एक परिजन ने थाना चुरहट में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनकी 15 वर्षीय बेटी बिना बताए घर से लापता हो गई है। पुलिस ने तुरंत धारा 137(2) बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर खोजबीन शुरू कर दी। टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और कॉल डिटेल के आधार पर लगातार जांच जारी रखी।
तकनीकी इनपुट से मिला सुराग—किशोरी हैदराबाद में
तफ्तीश आगे बढ़ी तो पुलिस को संकेत मिले कि गुमशुदा किशोरी हैदराबाद पहुंच चुकी है। जानकारी की पुष्टि के बाद थाना प्रभारी चुरहट उप निरीक्षक दीपक बघेल के निर्देशन में एक विशेष टीम तैयार की गई, जिसमें उप निरीक्षक आशा सिलावट भी शामिल रहीं।
Sidhi crime: टीम ने बिना समय गंवाए 1100 किलोमीटर का सफर तय किया। स्थानीय पुलिस की सहायता और लगातार प्रयासों के बाद किशोरी और आरोपी युवक को हैदराबाद में दस्तयाब कर लिया गया।
“मीठी बातें और झूठे सपनों में फँस गई”—किशोरी के शब्दों में सच
सीधी लौटने के बाद किशोरी ने जो बयान दिया, वह बेहद महत्वपूर्ण और चौंकाने वाला था। उसने बताया—
“आरोपी युवक लगातार संपर्क में रहता था। वह कहता था कि बड़े शहर में नौकरी दिलाएगा, अच्छी जगह रखेगा, और बेहतर जीवन देगा। उसकी बातों में आकर मैं उसके साथ चली गई।”
स्पष्ट है कि आरोपी ने झूठे सपने दिखाकर नाबालिक को बहलाया और उसे अपने साथ ले गया।
पुलिस की तेज कार्रवाई—आरोपी जेल, किशोरी परिजनों के सुपुर्द
पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं नाबालिक को काउंसिलिंग के बाद सुरक्षित रूप से परिजनों को सौंप दिया गया।
चुरहट पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ उनकी तत्परता का प्रमाण है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि गुमशुदगी मामलों में तेज और सशक्त कार्रवाई कैसे बड़े हादसों को टाल सकती है।
