immersion accident : विसर्जन के दौरान हादसा, पारंपरिक देवी डांग से टूटी बिजली की तार, आधा दर्जन लोग घायल
बालोद
immersion accident : बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक के ग्राम कंवर में माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुआ बड़ा हादसा हुआ है जहां बिजली का तार टूटकर गिरा जिसके बाद लोग उसकी चपेट में आ गए, विसर्जन के दौरान मौजूद महिला, बच्चों सहित कुल 7 से अधिक लोग तार की चपेट में आए हैं सभी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया है जहां उनका इलाज किया जा रहा है आज धूम धाम से विसर्जन किया जा रहा था जहां पर यह हादसा हुआ है मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दिया है।
देवी सवार थे व्यक्ति पर
संजारि चौकी प्रभारी सहायक उप निरीक्षक लता तिवारी ने बताया कि कंवर गांव में धूम धाम से दुर्गा विसर्जन का कार्यक्रम था कुछ लोगों में देगी सवार था और जो पारंपरिक डांग होते हैं वो बिजली के तार से टकरा गए जिसके बाद से तार टूटकर गिर गया जहां डांग पकड़ने वाला परमेश्वर पटेल बुरी तरह घायल हो गया साथ ही उसके आसपास खड़े लोग भी करंट के चपेट में आ गए आनन फानन में राहत बचाव शुरू हुआ उसके बाद से सभी को 108 से जिला अस्पताल भेजा गया है।
धमतरी में चल रहा इलाज
ग्रामीणों ने बताया कि सभी घायलों को धमतरी जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है बताया जा रहा है कि विसर्जन के दौरान डांग डंगनी निकली हुई थी, इसी दौरान डंगनी बिजली के तार से लग गई और बिजली का तार टूट गया फिलहाल गांव ने स्थिति सामान्य हो गई है और घायल लोगों में एक 14 साल का बच्चा 3 महिला भी बताए जा रहे हैं।
गांव में मच गई थी अफरा तफरी
immersion accident : जनपद सदस्य एवं स्थानीय नागरिक न डिकेश्वरी बंधु ने बताया कि गांव में हर्ष और उल्लास के साथ विसर्जन का काम चल रहा था इसी दौरान अचानक देवी देवता जो संगीत की धुन में रिक्त कर रहे थे उनके ऊपर तार टूट कर गिर गया जिसके बाद लोगों में अपना-आपरी मच गई समय रहते लोगों ने अपनी अपनी जान बचाना बेहतर समझा और आपातकालीन वहां बुलाकर सभी को जिला अस्पताल भेजा गया है।
एक की हालत गम्भीर
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति जिसके ऊपर बिजली का तार सीधे गिरा है उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है आईसीयू में उसे एडमिट कराया गया है वही बाकी लोग की स्थिति अब सामान्य होने लगी है परंतु गांव में उत्सव का यह पल अचानक अपरा तफरी में बदल गया था पुलिस भी मौके पर पहुंची हुई थी क्योंकि इस गांव में ही कंवर का चौकी बना हुआ है।