Indian history:भारत देश की जब बनी थी पहली सुरंग
Indian history : भारत देश का इतिहास सुनहरे अक्षरों में लिखा जाता है लेकिन इसका विकास धीरे-धीरे और स्वतः ही नहीं हुआ है बल्कि इसमें कुछ अंग्रेजों का भी दिन है। अंग्रेजों ने भारत को जरूर लूट लेकिन अंग्रेजों ने कुछ ऐसी संस्कृति और विरासत दे दी, जिसे विज्ञान में काफी मदद मिलती है और इसकी वजह से हम और भी अधिक विकासशील राष्ट्र बन पाए हैं।
Indian history : भारत देश को अंग्रेजों ने सोने चांदी और आभूषण से जरूर खाली कर दिया है लेकिन उसके अलावा सभ्यता और विज्ञानता को उन्होंने जरूर विकसित किया है जिसकी वजह से भारत देश का विकास और तेजी से हुआ।
भारत देश में उसे समय पर रेलवे का जाल बिछा रहा था जहां पर ट्रेन के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए पटरी बिछाने का कार्य किया जाता था। लेकिन भारत में पहाड़ और पर्वत ज्यादा है जिसकी माध्यम से उस पर रोडा बन रहे थे।
रेल विभाग के द्वारा टनल का निर्माण उसे समय पर करवाया गया था। जहां यह खंडाला की फोटो बताई जा रही है खंडाला में उस फोटो को सन 1903 ईस्वी में खींचा गया था जहां पर इसे खींचकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया।
इस फोटो में उस समय किस प्रकार से कठिनाई से रेलवे में सुरंग बनाने का कार्य किया जाता है उसके बारे में बताया गया है। एक ऐसा जमाना था जब इंजीनियरिंग फेल थी केवल हाथों से काम किए जाते थे मजदूर अपनी जान हथेली पर लेकर कार्य करते थे शायद ही ऐसा कोई दिन होगा जिस पर एक न एक मजदूर की मौत ना हुई हो। लेकिन लगातार कार्य हो रहे थे और सुरंग बनाकर तैयार हो रही थी साथ ही मजदूरों के मरने का सिलसिला लगातार चल रहा था।
इस फोटो को देखकर उस समय के भारत के बारे में आपको एक अंदाजा और अनुमान लगा सकता है कि यह किस प्रकार की कठिनाई की वजह से सुरंग तैयार हुई है जहां पर कई राज्यों को यह जोड़ने वाली थी। आवागमन में सुविधाओं का अभाव उस समय पर था लेकिन इसके बनने के बाद वह सम बन गया था।