Sidhi news : “डॉ. दीपा सिंह और अभिमन्यु सिंह का रिश्ता विवादों के घेरे में, प्यार, धोखा, फर्जीवाड़ा और सोशल मीडिया पर बदनामी का संग्राम”
Sidhi news : सीधी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक दशक पुराना प्रेम-संबंध अब कानूनी लड़ाई और सोशल मीडिया वार में तब्दील हो चुका है। अभिमन्यु सिंह ने डॉ. दीपा सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे उन्हें सोशल मीडिया के ज़रिए बदनाम कर रही हैं, जबकि असल सच्चाई कुछ और ही है।
अभिमन्यु सिंह के मुताबिक, उनकी मुलाकात दिसंबर 2013 में डॉ. दीपा सिंह से हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और ये रिश्ता लिव-इन रिलेशनशिप तक पहुंचा। उन्होंने दावा किया कि इस रिश्ते से 28 अप्रैल 2018 को एक बेटी का जन्म हुआ। लेकिन बेटी के केवल 5 महीने और 27 दिन की होने के बाद दीपा सिंह उन्हें और नवजात बच्ची को छोड़कर चली गईं।
Sidhi news : अभिमन्यु ने बताया कि उन्होंने बच्ची को अपने घरवालों के सहयोग से पाला-पोसा, और आज उनकी बेटी सात साल की हो चुकी है। अभिमन्यु का कहना है कि दीपा सिंह ने न केवल उन्हें निजी तौर पर चोट पहुंचाई, बल्कि अब वे उन्हें बदनाम करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।
मामला यहीं नहीं थमता। अभिमन्यु सिंह ने डॉ. दीपा सिंह पर फर्जी जाति और विकलांग प्रमाण पत्र बनवाकर मेडिकल क्षेत्र में प्रवेश पाने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने बताया कि दीपा सिंह ने खुद को गोंड आदिवासी बताकर एसटी और दिव्यांग कोटे का लाभ लिया, जबकि वे वास्तव में सामान्य वर्ग की राजपूत महिला हैं। उनके पिता स्व. गौरीशंकर सिंह बिहार पुलिस में एएसआई थे और 2005 में सेवानिवृत्त हुए थे।
अभिमन्यु ने दावा किया कि 2022 में उन्हें पता चला कि व्यापम घोटाले में डॉ. दीपा सिंह का नाम सामने आया है और एसटीएफ उनसे पूछताछ कर चुकी है। उन्होंने आगे बताया कि बिछिया थाने में दीपा सिंह ने उनके खिलाफ फर्जी केस दर्ज कराया था जिसमें वे बाइज्जत बरी हो चुके हैं।
अब यह मामला केवल निजी नहीं, बल्कि सामाजिक और कानूनी मोड़ ले चुका है, जहां एक ओर प्यार और विश्वास था, वहीं अब आरोप, घोटाले और बदनामी का साया मंडरा रहा है।
नोट – यह जानकारी अभिमन्यु सिंह के दिए गए बयानो के आधार पर रखी गई है।