Magic voice app : मैजिक वॉइस चेंजिंग ऐप और स्कॉलरशिप का झांसा देकर कॉलेज की छात्राओं से किया गया दुष्कर्म, एक्सपर्ट से जाने इसकी कहानी
Magic voice app : टेक्नोलॉजी का अगर सही इस्तेमाल किया जाए तो वह आपके लिए वरदान साबित होती है लेकिन अगर उसका मैसेज किया जाए तो उसके दुष्प्रभाव भी काफी भयंकर होते हैं। जहां सीधी जिले में एक मामला ऐसा आया था जिसके बाद राजनीति तो गरमा ही गई थी पर पूरे प्रदेश को और टेक्नोलॉजी को उसने झकझोर दिया था।
जाने क्या था पूरा मामला
Magic voice app : दरअसल मामले का मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति पेशे से एक मजदूर है वह अपने ससुराल में रहकर मजदूरी का कार्य किया करता था. वह यूट्यूब से आवाज बदलने वाले मैजिक ऐप की मदद से छात्राओं को निशाना बनाया करता था.वही इस पुरे घटनाक्रम में शामिल एक अन्य आरोपी भी था जो छात्र कुछ समय पहले मड़वास कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था.जहा वह शासकीय कॉलेज के वॉट्सएप ग्रुप से नंबरो को निकाल कर आरोपी को दे रहा था. इसमें मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति और उसके सहयोगी राहुल प्रजापति, संदीप प्रजापति, लवकुश प्रजापति सहित चार लोगों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार कर लिया था।
आपको बता दें कि मैजिक वॉइस कॉल उसे चलाना नहीं आता था जिसके लिए उसने बाकायदा यूट्यूब से ही ट्रेनिंग ली थी। मैजिक ऐप की मदद से बृजेश प्रजापति छात्राओं को निशाना बनाता था. पुलिस ने बताया कि सीधी जिले जमोड़ी थाना के अमरवाह गांव रहने वाला बृजेश प्रजापति मुख्य आरोपी है. वह अपनी ससुराल मड़वास में रहकर इस तरह की घटना को अंजाम देता था.इतना ही नहीं इस मैजिक ऐप के जरिए सीधी संजय गांधी कॉलेज में पदस्थ रंजना मैडम बनकर महिला की आवाज में पीड़ित छात्राओं से बात करते थे.
Magic voice app : जब छात्राओं को इस बात पर भरोसा हो जाता था, तब आवाज को बदलकर आरोपी यह कहा करते थे कि अपने बेटे को निगरी समीप भेज रही हूं, छात्रवृत्ति के लिए जरूरी दस्तावेज को लेकर वहा आ जाना. इसके बाद जब पीड़ित छात्राएं बताई गई जगहों पर पहुंचती थीं, तो उन्हें बाइक में बैठाकर एक सुनसान जगह ले जाया जाता था. जहा इसके बाद वहां उनके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया जाता था.
जिसके वाद उस समय रीवा रेंज के एडीजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने यह बताया था की सीधी जिले मझौली थाना में एक महिला का फोन आया था. जहा इस दौरान मिली शिकायत की जांच की गई. फिर भारी मशक्कत के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. आरोपी से पूछताछ में पता चला है कि वो अब तक 7 छात्राओं को अपना शिकार वह बना चुका था।
क्या कहा एक्सपर्ट ने
वही टेक्नोलॉजी के एक्सपर्ट दिलीप सिंह परिहार ने जानकारी देते हुए बताया है कि आजकल टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल लोग करते हैं। लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए अगर हम सतर्क रहते हैं तो हमें सब चीजे आसान लगने लगती है।
अगर कोई व्यक्ति आपको फोन करके पैसे की डिमांड करता है या तो एक्सटॉर्शन करता है तो आपको धैर्य से उसकी बात सुनाई चाहिए। उसके शब्दों को सुनना चाहिए कि आखिर वह शब्द क्लोनिंग है या ओरिजिनल। अगर आप ध्यान से सुनेंगे तो आपको उसे भाषा में अंतर जरूर सुनाई देगा।
इसके अलावा कोई भी ओटीपी या कोड कभी भी शेयर नहीं करना चाहिए टेक्नोलॉजी का लोग गलत इस्तेमाल करके इस प्रकार की भी चीज करते हैं.
Magic voice app : इतना ही नहीं सीधी जैसे कांड भी अक्सर सुर्खियों में आ जाते हैं जहां टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल करते हैं और वह दूसरे आपके करीबी बनाकर आपका मिसयूज करते हैं.
हालांकि अगर कभी भी ऐसी कोई परेशानी हो तो आप नजदीकी थाने में जाकर या साइबर सेल की शाखा में जाकर संपर्क कर सकते हैं।