Mpnews:मऊगंज में लैंड स्कैम का बड़ा खुलासा, पैतृक भूमि पर फर्जी रजिस्ट्री का आरोप, पीड़ित ने कलेक्टर से की FIR की मांग
Mpnews:मऊगंज जिले में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री कराने का एक चौंकाने वाला मामला उजागर हुआ है। सुंदरपुरवा निवासी दीनानाथ उपाध्याय ने अपनी पैतृक भूमि पर अवैध कब्जे और कूटरचित दस्तावेजों से की गई रजिस्ट्री के खिलाफ मंगलवार शाम 4 बजे कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई।
दीनानाथ उपाध्याय ने आरोप लगाते हुए बताया कि कुछ व्यक्तियों ने उनके परिवार की भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार कर 3 सितंबर 2025 को अवैध रूप से रजिस्ट्री करा ली। उन्होंने राधाचरण चतुर्वेदी, उनके रिश्तेदारों एवं सहयोगियों पर सुनियोजित तरीके से जालसाजी कर जमीन हड़पने की कोशिश का गंभीर आरोप लगाया है।
शिकायत के अनुसार, वर्ष 1978 में दीनानाथ की दादी प्यारी देवी ने बैजनाथ प्रसाद ब्राह्मण से खसरा नंबर 50/1, रकबा 0.55 एकड़ भूमि खरीदी थी। यह भूमि बरांव रोड के पास स्थित है और उपाध्याय परिवार बीते कई दशकों से इसका शांतिपूर्वक कब्जाधारी रहा है। वर्ष 2016 में नामांतरण एवं नक्शा-तरमीम भी तहसील न्यायालय के आदेश से विधिपूर्वक दर्ज कराया गया था, जिससे जमीन का स्वामित्व पूरी तरह वैध है।
इसके बावजूद, आरोप है कि राधाचरण चतुर्वेदी ने अपने रिश्तेदार उपेंद्र कुमार चतुर्वेदी और पुष्पेंद्र कुमार चतुर्वेदी के नाम पर कूटरचित दस्तावेजों का उपयोग करते हुए रजिस्ट्री करा ली। इस रजिस्ट्री में नागेंद्र प्रसाद और दिनेश कुमार चतुर्वेदी को गवाह बनाया गया, जो स्वयं इसी परिवार से जुड़े हुए हैं।
दीनानाथ ने विक्रय पत्र में भूमि की चौहद्दी को भी गलत दर्शाने की बात कही। उनके अनुसार, उत्तर दिशा में जिन रत्नेश्वर सिंह का नाम दर्ज है, उस नाम का कोई व्यक्ति वहां मौजूद ही नहीं है। इससे स्पष्ट है कि दस्तावेज पहले से तैयार साजिश के तहत फर्जी तरीके से तैयार किए गए।
Mpnews:उपाध्याय ने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से जाली रिकॉर्ड तैयार कराया गया है। उन्होंने कलेक्टर से विक्रेता, खरीदार और गवाहों सहित संबंधित राजस्व कर्मियों के खिलाफ कूटरचना, धोखाधड़ी व आपराधिक षड्यंत्र के तहत FIR दर्ज कराने की मांग की है।
शिकायत पर अपर कलेक्टर पी. के. पांडे ने दस्तावेजों की जांच कर आवश्यक विधिसम्मत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
