Mp news : अस्पताल से लेकर सरकारी दफ्तरों तक… आवारा कुत्तों का कब्ज़ा! निगमायुक्त बोले – बधियाकरण व शेल्टर होम की प्रक्रिया अंतिम चरण में
Mp news : रीवा शहर में आवारा कुत्तों का आतंक अब सिर्फ मोहल्लों और गलियों तक सीमित नहीं रहा। संभागीय संजय गांधी अस्पताल में लगातार सामने आ रही कुत्तों की मौजूदगी की तस्वीरों के बाद अब शिल्पी प्लाज़ा के ए और बी ब्लॉक में भी इनका डेरा जम गया है।
ये वही ब्लॉक हैं जहां जिले के कई अहम सरकारी विभागों के दफ्तर मौजूद हैं—जैसे उप पुलिस महानिरीक्षक, पासपोर्ट सेल, आबकारी विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, लोकायुक्त और जनसंपर्क। कहने को तो यहां सुरक्षा के लिए चौकीदार नियुक्त हैं, लेकिन कुत्तों की खुलेआम आवाजाही देखकर उनकी मौजूदगी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इतनी हाई-प्रोफाइल बिल्डिंग में इस तरह की लापरवाही नगरवासियों में भय का माहौल पैदा कर रही है। बताया गया कि संजय गांधी अस्पताल प्रबंधन ने आवारा कुत्तों की धरपकड़ के लिए नगर निगम को पत्र भी लिखा था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
लगातार बढ़ते कुत्तों की संख्या और डॉग बाइट के मामलों के बीच नगर निगम आयुक्त डॉ. सौरभ संजय सोनवणे ने स्थिति पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आवारा कुत्तों की आबादी नियंत्रित करने के लिए निगम ने बधियाकरण की निविदा आमंत्रित की थी, जिसमें भोपाल और जबलपुर की तीन संस्थाओं ने भाग लिया है। प्रक्रिया अंतिम चरण में है और जल्द ही निविदा हासिल करने वाली संस्था द्वारा बधियाकरण का काम शुरू होगा।
इसके साथ ही, एनिमल वेलफेयर और एनिमल एक्ट के दिशा-निर्देशों के तहत कुत्तों को शेल्टर होम भेजने की प्रक्रिया भी चालू है। आयुक्त ने भरोसा जताया कि जल्द ही शहरवासियों को आवारा कुत्तों के आतंक से राहत मिलेगी।
