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Mp news:बच्ची ने रात में रोया तो मां की प्रेमी ने उसको दी मौत की सजा

Manoj Shukla

By Manoj Shukla

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Mp news : महिला के प्रेमी ने एक साल की मासूम के पैर पकड़कर जमीन पर पटका

मुंह पर हाथ रख रोकी साँसे,बच्ची के रोने से था परेशान

20 दिन पहले बेंगलूर से प्रेमी के साथ भाग आई थी महिला

Mp news: शिवपुरी में एक साल की मासूम के रोने पर उसे जमीन पर पटककर फिर उसके मुंह पर हाथ रख उसी सांसे हमेशा हमेशा के लिए बंद कर दी। इस वारदात को अंजाम मासूम की मां के प्रेमी ने दिया हैं। महिला करीब 20 दिन पहले अपने पति को छोड़कर प्रेमी के साथ बेंगलूर से भाग आई थी।

बच्ची की माँ अपनी एक साल की मासूम बेटी के शव को कलेजे से चिपका कर रखे रही। इस दौरान रात भर उसकी बेटी ह्त्यारा उसकी आँखों के सामने बैठा रहा। सुबह प्रेमी के भागने के बाद मां की शिकायत पर पुलिस ने मासूम का शव बरामद कर आरोपी के खिलाफ ह्त्या का मामला दर्ज किया हैं। आरोपी की तलाश में पुलिस जुटी हुई हैं।

Mp news : बताया जा रहा है कि जिले के बामौरकला थाना के सुलार खुर्द गांव का रहने वाला 25 साल भैयालाल आदिवासी पिछले एक साल से मजदूरी करने बेंगलूर गया हुआ था। वह किसी ठेकेदार के यहां सड़क निर्माण कार्य में मजदूरी करने लगा था। इसी दौरान उसकी मुलाक़ात टीकमगढ़ जिले से मजदूरी करने आई 35 साल की जयंती आदिवासी से हो गई थी। जयंती अपने पति और तीन बच्चों के साथ बेंगलूर में रह रही थी। मजदूरी के दौरान दोनों के बीच प्यार हो गया था। कई माह साथ रहने के बाद भैयालाल जयंती को 20 दिन पहले बेंगलूर से अपने गांव भगा लाया था। जयंती अपने साथ अपनी 1 साल की बच्ची को साथ ले आई थी। तभी से दोनों सुलार खुर्द गांव में झोपडी में साथ रह रहे थे।

जानकारी के मुताबिक़ जयंती की शादी 10 साल पहले टीकमगढ़ के रहने वाले परमानंद आदिवासी से हुई थी। जयंती के 9 साल की बेटी दामनी, 8 साल का बेटा देव और 1 साल छाया थी। जयंती पिछले एक साल से बेंगलूर में अपने पति परमानंद के साथ रह रही थी। यही उसकी मुलाक़ात भैयालाल के साथ हो गई थी। जयंती करीब 20 दिन पहले अपने पति परमानंद और 9 साल की बेटी दामनी, 8 साल का बेटा देव को बेंगलूर छोड़ कर प्रेमी के साथ शिवपुरी भाग आई थी। लेकिन जयंती अपनी एक साल की बेटी छाया को साथ ले आई थी।

Mp news : बता दें कि जयंती अपने प्रेमी के साथ सुलार खुर्द गांव में पत्नी बनकर रहने लगीं थी। इधर एक साल की छाया के रोज रात रोने से भैयालाल परेशान होने लगा था। जयंती के मुताबिक रात 10 बजे सभी खाना खाकर सो गए थे। रात 12 बजे बेटी छाया रोने लगी थी। बेटी के रोने से भैयालाल की नींद खराब हुई थी। इससे भड़के भैयालाल ने छाया को पीट दिया था। इससे बेटी ओर जोर से रोने लगी थी। तभी भैयालाल ने बेटी छाया के पैर पकडे और उसे जमीन पर पटक दिया। जिससे बेटी के मुंह और सिर से खून बहाने लगा था। इसके बाद भैयालाल ने उसके मुंह पर हाथ रखकर उसकी साँसे रोक दी थी। इस दौरान वह भैयालाल से लगातार बेटी को छोड़ देने की गुहार लगाती रही।

वहीं रात भर भैयालाल झोपडी में ही बैठा रहा था। इस दौरान उसके डर से वह बेटी छाया को अपने कलेजे से चिपकाए रखी रही थी। जब सुबह भैयालाल झोपडी छोड़कर गया। तब वह बामौरकला थाना पहुंची थी। बता दें कि पुलिस ने बच्ची के शव को झोपड़ी से बरामद कर आरोपी भैयालाल आदिवासी के खिलाफ ह्त्या की धारा का मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी हैं।

बता दें सूचना मिलने बाद हत्या के आरोपी भैयालाल आदिवासी का पिता भोरा आदिवासी मौके पर पहुंच गया था। उसी ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया था।

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मै मनोज कुमार शुक्ला 9 सालों से लगातार पत्रकारिता मे सक्रिय हूं, समय पर और सटीक जानकारी उपलब्ध कराना ही मेरी पहली प्राथमिकता है।

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