गांवो में नही बिजली, ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
आधा दर्जन गांवो के किसानों ने कार्यपालन यंत्री कार्यालय पहुंचकर जताई नाराजगी

गांवो में नही बिजली, ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
– क्या ऐसे बनेगा स्वर्णिम मध्यप्रदेश, शहरों में भरपूर रोशनी और गांव में सिर्फ एक घंटे लाईट, आधा दर्जन गांवो के किसानों ने कार्यपालन यंत्री कार्यालय पहुंचकर जताई नाराजगी, दी आंदोलन की चेतावनी
शाजापुर। बार-बार तार टूटने, गंभीर हादसे की संभावना और बिजली के अभाव में सिंचाई के अभाव को लेकर बुधवार को करीब आधा दर्जन गांवों के किसान और ग्रामीणों ने कार्यपालन यंत्री कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया और चेतावनी दी कि यदि दो दिन में समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम मतदान का भी बहिष्कार करेंगे और यहां आंदोलन भी।
दरअसल गोपीपुर लोहरवास, चौंसला, छतगांव सहित करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में इन दिनों बिजली की समस्या बनी हुई हैं।
इन दिनों रबी फसल की सिंचाई की जा रही है, लेकिन किसानों को केवल 10 में से 1 या डेढ़ घंटे ही लाईट मिल पा रही है। कई दिनों से हम लोग शिकायत कर रहे हैं लेकिन अधिकारी केवल आश्वासन देकर मामले को टाले जा रहे हैं।
किसानों ने यह भी बताया कि छतगांव में तार टूटकर गिर रहे हैं और वहां बार-बार फाल्ट हो रहा है। हमने इसकी भी शिकायत की लेकिन इनके पास बदलने के लिए तार भी मौजूद नहीं है।
जबकि मेट्रो ट्रेन के लिए अरबों के तार खरीदे जा रहे हैं, लेकिन हम लोगों के लिए इनके पास तार उपलब्ध नहीं है। वहीं जो तार टूटकर गिर रहे हैं उन्हें भी सुधारने का इनके पास समय नहीं है और इन लोगों को किसी बड़े हादसे का इंतजार है। इसके बाद किसानों और ग्रामीणों ने एक ज्ञापन भी सौंपा।
जिसमें समस्या समाधान की मांग की गई। साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि दो दिन मे समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आने वाले मतदान का तो हम बहिष्कार करेंगे ही। साथ ही यहां आकर भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
रबनिष कायसी, कार्यपालन यंत्री