1930 में देखें राजाओं की किस प्रकार से हुआ करती थी शादी
जब होते थे कई राजा महाराजा इकट्ठा

शादी का जश्न आज से नहीं है वरन यह सभ्यता सदियों से चली आ रही है। जहां गरीब हो या अमीर राजा हो या रंग भिखारी हो या और भी कोई भी व्यक्ति सभी शादी एक नए दिन जरूर करता है।
जहां कुछ शादी ऐसी थी जो यादगार लम्हों के रूप में गिनी जाती है ऐसे ही एक शादी थी जो कोटा के रियासत के तत्कालीन महाराव भीम सिंह जी की थी जिन्हें हर चौहान के नाम से जाना जाता था।
राजस्थान वैसे भी अपने आप में कई इतिहास संजोए हुए हैं वहीं का एक इतिहास जो सन 1930 ई का बताया जा रहा है जब भारत में अंग्रेजों का शासन हुआ करता था। उसे समय राजाओं की एक शादी की फोटो सोशल मीडिया में जमकर अब सुर्खियां बटोर रही है।
28 मार्च 1930 मे कोटा रियासत के तत्कालीन महाराव भीम सिंह जी (हाड़ा चौहान) की कोटा गढ़ के आगे बारात निकासी का दुर्लभ रियासत कालीन दृश्य।
इसमें उपस्थित (दाएं से बाएं आगे खड़े) महाराव उम्मेद सिंह कोटा, महाराजा यज्ञारेन सिंह जी किशनगढ़, महाराव ईश्वरी सिंहजी कोटा, महाराव खेंगारजी कच्छ।