National park : मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 2 है , जिनमें 12 वयस्क , जबकि 12 शावक शामिल हैं. 70 साल बाद भारत में चीतों को फिर से बसाया गया है चीतों के लिए मध्य प्रदेश उपयुक्त माना गया और साल 2022 में 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीते लाए गए ।
दो साल में 20 चीते आए भारत
National park : दो सालों में अब तक 20 चीते भारत आ चुके हैं। इनमें से अब 12 चीते बचे हैं। आठ चीतों की मौत हो गई, जबकि इन दो सालों में यहां 17 शावकों ने भी जन्म लिया। इनमें से पांच की मौत हो गई। इन तमाम विपरीप परिस्थितियों के बाद भी संतोष की बात है कि कुनो में चीतों की आबादी बढ़ रही है। फिलहाल दो चीतो को छोड़कर सभी चीते बढ़े बाड़े में हैं। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, धीरे-धीरे इन्हें खुले जंगल में छोड़ा जाएगा। चीतों को आमतौर से घूमने फिरने के लिए कम से कम 50 किमी का इलाका चाहिए होता है।
कब किस की हुई मौत
26 मार्च 2023 : नामीबिया से लाई गई 5 साल की मादा चीता आशा की मौत हो गई। उसकी मौत का कारण किडनी का संक्रमण बताया गया।
National park : 23 अप्रैल 2023 : दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 6 साल के चीता उदय ने दम तोड़ दिया।
9 मई 2023 : मादा चीता दक्षा की मौत हो गई। दक्षिण अफ्रीका से लाई गई दक्षा की मौत का कारण ‘सेक्स के दौरान नर चीतों द्वारा हमला’ करना बताया गया।
23 मई 2023 : ज्वाला चीता के एक शावक की मौत हो गई।
25 मई 2023 : दो और शावकों की भी मौत।
11 जुलाई 2023 : दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीता तेजस की मौत।
14 जुलाई 2023 : दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीता सूरज ने दम तोड़ दिया।
2 अगस्त 2023 : मादा चीता धात्री (टिबलिसी) की मौत।
16 जनवरी 2024 – नर चीता शौर्य की मौत
4 जून 2024- मादा चीता गामिनी का एक शावक मृत मिला
5 अगस्त 2024 – मादा चीता गामिनी का एक और शावक की मौत
27 अगस्त 2024 – नर चीता पवन की मौत
27 नवंबर 2024 – चीता निर्वा के दो शावकों की मौत
कब और कितने भारत आए और , चीतों का जन्म हुआ
1 , 17 सितंबर 2022 – नामीबिया से 8 चीते भारत आए
2, 18 फरवरी 2023 – दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते भारत आए
3, 27 मार्च 2023 – मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया
4. 3 जनवरी 2024 – मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया
5. 22 जनवरी 2024 – मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया
6, 10 मार्च 2024 – गामिनी चीता ने 6 शावकों को जन्म दिया
7. 22 नवंबर 2024 – निर्वा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया