नेताओं की नाराजगी व गुटबाजी के शिकार बन सकती हैं भाजपा प्रत्याशी रीती पाठक
जनाधार काफी कमजोर होने से प्रत्याशी में डर, प्रधानमंत्री 7 को आएंगे चुनाव प्रचार करने

नेताओं की नाराजगी व गुटबाजी के शिकार बन सकती हैं भाजपा प्रत्याशी रीती पाठक
– जनाधार काफी कमजोर होने से प्रत्याशी में डर, प्रधानमंत्री 7 को आएंगे चुनाव प्रचार करने
विधानसभा क्षेत्र सीधी में भाजपा की प्रत्याशी रीती पाठक की हालत काफी कमजोर है, उनके खिलाफ भाजपा से ही कई नेता अभी भी बगावत की नजर में देखे जा रहे हैं। कुछ खुलकर बोल रहे हैं तो कुछ मौनी बाबा बने हैं। जिस वजह से यह माना जा सकता है कि सीधी विधानसभा में रीती पाठक की हालत काफी कमजोर नजर आ रही है। उनकी किरकिरी भी लगातार बनी हुई है जनता भी यह कहने को मजबूर हो रही है कि वह पूरे विधानसभा क्षेत्र में एक ईट भी लगाने का काम संसदीय कार्यकाल में नहीं की हैं जिस वजह से विरोध का स्वर सांसद एवं भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ लगातार बना हुआ है। ऐसे में कही न कहीं भाजपा प्रत्याशी के ऊपर खतरे की घंटी मडऱाती नजर आ रही है। उनके खिलाफ नेताओं की नाराजगी को लेकर जनता में ज्यादा खुशी नहीं देखी जा रही है। भले ही प्रधानमँत्री मोदी का कार्यक्रम हो लेकिन रीती पाठक का जनाधार सीधी विधानसभा में खिसकता नजर आ रहा है।
सीधी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने रीती पाठक को चुनाव मैदान में उतारा है, लेकिन उनका जनाधार काफी कमजोर देखने को मिल रहा है। वह ऐसी प्रत्याशी हैं जिन्होने सीधी विधानसभा क्षेत्र में विकास के लिए कोई काम नहीं किया जिस वजह से आम जनता में विरोध बना हुआ है। कही न कहीं उनकी यह नाकामी मानी जा सकती है यही वजह है कि जनता की नाराजगी सांसद एवं भाजपा प्रत्याशी रीती पाठक के प्रति देखने को मिल रही है। ऐसे में रीती पाठक की किरकिरी जनता के बीच तो बनी ही है साथ ही विधानसभा क्षेत्र के हर लोगों में भी देखने को मिल रही है। जिस वजह से इस बार उन्हे विजय हासिल हो जाय यह तो बड़ी बात होगी लेकिन जो स्थितियां निर्मित हो रही हैं नहीं लगता कि चाहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आए या कोई भी नेता आए तो उन्हे विजय हासिल करा पाएंगे। सीधी सांसद को भाजपा ने विधानसभा क्षेत्र सीधी में प्रत्याशी बना दिया है। रीती पाठक को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अधिकतर भाजपा नेता भी नाखुश हैं। कुछ नेता दबी जुवान से तो कुछ उनके साथ न रहने का भी विरोध कर रहे हैं जो है भी वह भी खुलकर उनके पक्ष में बात करने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में रीती पाठक की हालत सीधी विधानसभा में काफी कमजोर मानी जा सकती है। ऐसे में जनता की नाराजगी भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ लगातार बनी हुई है।
हरिजन, आदिवासियों में भी दिख रही नाराजगी
सीधी विधानसभा क्षेत्र में हरिजन, आदिवासियों सहित पिछड़ा वर्ग के प्रति भी भाजपा प्रत्याशी रीती पाठक के प्रति नाराजगी देखने को मिल रही है। उनकी हर जगह किरकिरी हो रही है। वह जहां भी जाती हैं प्रचार करती हैं लोग सम्मान करते हैं लेकिन विरोध का भी डंका बजना शुरू हो गया है। जिस वजह से यह माना जा सकता है कि उनके खिलाफ जनता की नाराजगी कम नहीं आंकी जा सकती है। यही वजह है कि वह भले ही जनता के बीच अपनापन दिखा रही हैं लोगों से मिल रही हैं लेकिन उनका वजूद अब जनता के बीच में कम आंका जा रहा है।
नेताओं की दूरियां बन सकता है संकट
भाजपा के कई नेता अभी भी दूरियां बनाए हुए हैं, भले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके पक्ष में प्रचार करने आ रहे हैं लेकिन उन्हे कांटो की राह पर चलना पड़ेगा। कारण यह कि जिले के कई नेता अभी भी उनसे दूरियां बनाए हुए हैं। कुछ नेता दिखावे के लिए कार्यक्रमों में शामिल भले हो जाए लेकिन मन लगाकर काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में रीती पाठक को लेकर संकट अभी भी कम नहंी दिख रहा है। उन्हे विजय हासिल हो पाएगी या नहीं यह तो समय बताएगा परन्तु विरोध जिस तरह भाजपा में है उससे यह लग रहा है कि दिक्कतों का सामना उन्हे करना पड़ सकता है।