Rewa news:पूर्व विधायक ने थाने मे महिला अधिकारी को कहा असंवेदनसील औरत,हुआ हंगामा

July 26, 2025, 12:12 PM
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Rewa news : रीवा में सत्ता का नशा! पूर्व BJP विधायक केपी त्रिपाठी का महिला CSP से अभद्र व्यवहार, थाने में हंगामा, वायरल हुआ वीडियो

Rewa news : सेमरिया के पूर्व बीजेपी विधायक केपी त्रिपाठी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। चुरहटा थाने में एक मामले को लेकर पहुंचे त्रिपाठी का महिला सीएसपी रितु उपाध्याय के साथ तीखी बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस घटना ने न केवल पुलिस प्रशासन को हिलाकर रख दिया, बल्कि सत्ता और कानून के बीच टकराव की नई बहस को जन्म दे दिया है।

Rewa news : घटना शुक्रवार, 25 जुलाई 2025 की है, जब केपी त्रिपाठी अपने समर्थकों के साथ चुरहटा थाने पहुंचे। बताया जा रहा है कि एक मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर त्रिपाठी और पुलिस के बीच बहस शुरू हुई। इस दौरान त्रिपाठी ने सीएसपी रितु उपाध्याय को “असंवेदनशील औरत” कहकर संबोधित किया, जिससे माहौल और गरमा गया। भीड़ ने “मुर्दाबाद” के नारे लगाए, जबकि थाना प्रभारी (टीआई) हाथ जोड़कर स्थिति को शांत करने की कोशिश करते नजर आए।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में त्रिपाठी का आक्रामक रवैया और पुलिस अधिकारियों की संयमित प्रतिक्रिया साफ देखी जा सकती है। इस घटना ने स्थानीय लोगों और नेटिजन्स के बीच गर्मागर्म बहस छेड़ दी है। कुछ लोग इसे सत्ता के दुरुपयोग का मामला बता रहे हैं, तो कुछ त्रिपाठी के पक्ष में आवाज उठा रहे हैं।

Rewa news : दरअसल यह विवाद एक शिकायत दर्ज करने से जुड़ा था, जिसमें त्रिपाठी ने पुलिस पर कार्रवाई में देरी का आरोप लगाया। जवाब में, सीएसपी रितु उपाध्याय ने कानूनी प्रक्रिया का पालन करने की बात कही, जिसके बाद बहस ने तूल पकड़ लिया। वायरल वीडियो में त्रिपाठी का आक्रामक लहजा और भीड़ का हंगामा साफ दिखाई दे रहा है, जिसने पुलिस प्रशासन को असहज स्थिति में ला खड़ा किया।

इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। विपक्षी दलों ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए इसे सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण बताया है। वहीं, बीजेपी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। दूसरी ओर, पुलिस प्रशासन ने इस मामले में जांच शुरू करने की बात कही है।

सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं। एक यूजर ने लिखा, “यह सत्ता का अहंकार है, जो कानून को भी चुनौती दे रहा है।” वहीं, कुछ लोगों ने त्रिपाठी का समर्थन करते हुए कहा कि वे जनता की आवाज उठा रहे थे।

इस घटना ने एक बार फिर पुलिस और नेताओं के बीच टकराव को उजागर किया है। अब सभी की नजर इस बात पर है कि पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या त्रिपाठी के खिलाफ कोई कानूनी कदम उठाया जाएगा।

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