शैलेंद्र सिंह सोलंकी राज्य प्रशासनिक सेवा के एक अनुभवी और कर्मठ अधिकारी हैं, जिनका हाल ही में मध्य प्रदेश शासन ने सीधी जिले में जिला पंचायत CEO के पद पर स्थानांतरण किया है।
उनके कैरियर, कार्यशैली और उपलब्धियों ने प्रशासनिक जगत में उन्हें विशेष पहचान दिलाई है।प्रारंभिक जीवन और चयनशैलेंद्र सिंह सोलंकी का चयन मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा में वर्ष 2007 में हुआ था।
उन्होंने अपनी सेवा की शुरुआत एक सहायक अधिकारी के रूप में की और अपने कार्यकाल में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं।
विविध पदस्थापनाएं
अपने प्रशासनिक जीवन में सोलंकी सीधी CEO ने उप सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, अपर संचालक, नर्मदा घाटी विकास सहित राज्य के कई महत्वपूर्ण विभागों में सेवाएं दी हैं।
हाल ही में वे अपर संचालक, नर्मदा घाटी विकास, भोपाल के पद पर पदस्थ थे और यहाँ पर उन्होंने जल संसाधन और क्षेत्रीय विकास की अनेक योजनाओं का संचालन किया है।
प्रमुख उपलब्धियाँ और कार्य
नर्मदा घाटी विकास विभाग में कार्य करते हुए सोलंकी ने जल प्रबंधन, सिंचाई परियोजनाओं और क्षेत्रीय विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में रहते हुए ग्राम स्तर की बुनियादी सुविधाओं, शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन और निगरानी को प्रभावी बनाया।
जनसंपर्क, सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार, तथा स्थानीय समस्याओं के त्वरित निराकरण की दिशा में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किए।
नवीन पदस्थापना
सीधी जिला पंचायत CEO
मध्य प्रदेश शासन ने 27 सितंबर 2025 को जारी अपने आदेश के तहत शैलेंद्र सिंह सोलंकी का स्थानांतरण मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ), जिला पंचायत, सीधी के पद पर किया है।
अब वे सीधी जिले में पंचायती राज और ग्रामीण विकास योजनाओं के संचालन का दायित्व संभालेंगे और जिले के विकास को नई दिशा देने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर होगी।
प्रशासकीय छवि
शैलेंद्र सिंह सोलंकी अपने दृढ़ निर्णय, पारदर्शिता और विकासोन्मुख कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं।
उन्हें टीम वर्क, नवाचार और सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में महारत प्राप्त है।
उनके नेतृत्व में उम्मीद की जाती है कि सीधी जिले में पंचायती विकास और जन कल्याणकारी योजनाओं को गति मिलेगी।
इस खबर के अनुसार, सोलंकी की नई जिम्मेदारी न केवल प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि जिले के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में भी उनकी भूमिका निर्णायक होगी।