भारत के 15वें उपराष्ट्रपति चुने गए श्री सी.पी. राधाकृष्णन, राष्ट्र को समर्पित अनुभव और नेतृत्व से बढ़ेंगी लोकतांत्रिक परंपराएँ
नई दिल्ली। भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। वरिष्ठ राजनेता और समाजसेवी श्री सी.पी. राधाकृष्णन देश के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए हैं। उनके चयन से पूरे देश में उत्साह और विश्वास का माहौल है। राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में दशकों का लंबा अनुभव रखने वाले राधाकृष्णन जी को जनता एक ऐसे नेता के रूप में जानती है, जिन्होंने हमेशा समर्पण और निष्पक्षता को प्राथमिकता दी है।
उनकी दूरदृष्टि, संतुलित व्यक्तित्व और सकारात्मक नेतृत्व से यह उम्मीद की जा रही है कि राष्ट्र की लोकतांत्रिक परंपराएं और अधिक सशक्त होंगी। संसद और सार्वजनिक जीवन में उनकी सक्रिय भूमिका ने उन्हें सदैव लोगों के बीच लोकप्रिय और सम्माननीय बनाया है। श्री राधाकृष्णन ने अपने राजनीतिक करियर में हमेशा जनता के हितों को सर्वोपरि रखा और विकास, शिक्षा, पारदर्शिता तथा सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दी।
नई दिल्ली:- देशवासियों का विश्वास है कि उपराष्ट्रपति पद की गरिमा के अनुरूप वे संविधान की मर्यादाओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती के लिए निरंतर कार्य करेंगे। उनके नेतृत्व में संसद की कार्यप्रणाली और अधिक रचनात्मक तथा जनोन्मुखी होगी। यह पद केवल एक संवैधानिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि देश के भविष्य को दिशा देने वाला दायित्व भी है।
श्री राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति चुने जाने से निश्चित रूप से भारत की प्रगति यात्रा को नई ऊर्जा और गति मिलेगी। समाज के हर वर्ग का विश्वास है कि उनका अनुभव और मार्गदर्शन आने वाले समय में राष्ट्र को विकास, एकता और लोकतांत्रिक आदर्शों की और ऊँचाइयों तक पहुँचाएगा।
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