Sidhi Corruption:पंचायत में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल: कुंदौर में पहले भुगतान, बाद में ली गई बैठक की ‘अनुशंसा’
Sidhi Corruption : सीधी जिले के जनपद पंचायत कुसमी अंतर्गत ग्राम पंचायत कुंदौर में भ्रष्टाचार का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सरपंच-सचिव और संबंधित विभागीय तंत्र ने नियमों को ताक पर रखकर पहले लाखों रुपये का भुगतान कर दिया और बाद में नाम मात्र की पंचायत बैठक आयोजित कर ली। मामला सरासर वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
Sidhi corruption :सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत कुंदौर के सचिव द्वारा 10 मार्च 2025 को शर्मा ट्रेडर्स को एक साथ सात बिलों के माध्यम से कुल 7 लाख भुगतान कर दिया गया। जिन बिल क्रमांक के तहत भुगतान हुआ वे हैं:
बिल क्रमांक 332 – ₹98,400
बिल क्रमांक 333 – ₹96,000
बिल क्रमांक 334 – ₹96,000
बिल क्रमांक 335 – ₹99,660
बिल क्रमांक 336 – ₹99,000
बिल क्रमांक 337 – ₹97,800
बिल क्रमांक 338 – ₹96,000
इतनी भारी-भरकम राशि का भुगतान बिना किसी वैधानिक बैठक या प्रस्ताव के कर दिया गया, जो मध्यप्रदेश पंचायत राज अधिनियम और वित्तीय नियमों का खुला उल्लंघन है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि भुगतान के एक माह बाद, दिनांक 10 अप्रैल 2025 को पंचायत की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें इस खरीदारी की अनुशंसा ली गई। यह स्पष्ट करता है कि पंचायत की बैठक सिर्फ औपचारिकता पूरी करने और भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए की गई।
यह मामला सिर्फ वित्तीय गड़बड़ी का नहीं, बल्कि ग्राम पंचायत में बैठे जिम्मेदार पदाधिकारियों की मिलीभगत और सुनियोजित भ्रष्टाचार का जीवंत उदाहरण है।
आम नागरिकों और ग्रामीणों का कहना है कि बिना जरूरत के हजारों-लाखों की सामग्री की खरीद दर्शाकर सरकारी खजाने को चूना लगाया जा रहा है, जबकि गांव की बुनियादी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।
इस मामले में प्रशासन की चुप्पी भी सवालों के घेरे में है। अब देखना यह होगा कि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जांच होती है या नहीं, और क्या इस भ्रष्टाचार के खेल पर कोई रोक लगाई जाएगी, या फिर यह भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा।