Sidhi news : बैंकों में अब सुरक्षित नहीं है पैसा, बैंक मैनेजर ने खुद निकाले ₹20000
Sidhi news : सीधी जिले की डीपी परिसर में यूनियन बैंक स्थित है। जहां खाताधारक इंद्रपाल पनिका के खाते से ₹20000 की राशि को एकाएक निकाल लिया गया जिसके बाद जब उसने अपना खाता चेक किया तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। जब बैंक मैनेजर के पास पीड़ित व्यक्ति पहुंचा तब उन्होंने उसे गाली देकर और धक्के मार कर निकाल दिया और पुलिस से बुलाने की धमकी भी दे डाली।
दरअसल यह पूरा मामला 10.10.2024 का है। जहां इंद्रपाल पनिका ने थाने में यह सूचना दी थी कि बैंक मैनेजर और वहां की चपरासी ने मिलकर मेरे खाते से ₹20000 की राशि आहरित की है। मैं उसे दिन बैंक में मौजूद ही नहीं था जब मेरे खाते से पैसे निकाले गए। इसके बाद मैं पुलिस थाना कोतवाली में जाकर इस घटनाक्रम की सूचना दी और कार्यवाही की माग की है।
इंद्रपाल पनिका ने जानकारी देते हुए बताया है कि मैं यूनियन बैंक से ₹60000 किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लिया था लेकिन मैं 59000 तुरंत निकाल लिया। और ₹1000 मेरे से जबरदस्ती निकाल कर बैंक मैनेजर और चपरासी ने कमीशन के तौर पर रख लिए। इसके बाद मैंने कुछ नहीं बोला। लेकिन फिर उसके बाद मैं अपने खाते में 7.9.2024 को ₹36000 अपने बचत खाते में डालें। लेकिन ठीक उसी दिन मेरे खाते से ₹20000 निकाल लिए। जब मैं बैंक में जाकर अपना खाता चेक किया और उसके पैसे की जांच की गई तब मुझे पता चला कि ₹20000 का कहीं पता नहीं है.
इसके बाद मैं बैंक मेनेजर विष्णु तिवारी से इस संबंध में जानकारी चाहिए लेकिन विष्णु तिवारी ने मुझे गाली गलौज करते हुए बैंक से बाहर धक्के मार कर निकाल दिया। इसके अलावा उन्होंने पुलिस बुलाने की धमकी भी दी। जिसके बाद में परेशान होकर थाने कोतवाली में जाकर कंप्लेंट लिखवाया हूं।
Sidhi news : बैंक के अधिकारी के द्वारा इस प्रकार के कृत्य किए जाने से लोगों में एक डर का माहौल है लोग अपना ही पैसा बैंक में सुरक्षित नहीं समझ पा रहे हैं। हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब बैंक मैनेजर के खिलाफ किसी ने शिकायत दर्ज की हो इसके पहले भी कई प्रकार के शिकायतें बैंक मैनेजर से संबंधित लोगों ने लगाई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। ऐसे में देखने वाली बात यह है कि पुलिस प्रशासन और एसपी से लेकर आरबीआई के प्रमुख अधिकारी इस पर क्या बात करते हैं। फिलहाल पीड़ित व्यक्ति ने समाजसेवियों के माध्यम से आरबीआई में शिकायत करने का फैसला किया है।