Sidhi news:श्री अर्जुन प्रसाद मिश्रा के निधन पर शोक सवेदना ब्यक्त करते हुए टोंको -रोंको-ठोंको क्रन्तिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी नें कहा है कि पंडित जी संबोधन हुआ दिमाग में एक चित्र बना पोथी पत्रा वाले, धोती कुर्ता संगोपाग (बिरजिस) तिलकधारी, कर्मकांडी, जजमान कि तकदीर के गुणा गणित के अधिकारी। एक पंडित जी अर्जुन पंडित जी थे उनके शिष्यों (विद्यार्थियों) में उनका चित्र कठोर अनुशासन वाले, सजा में मुर्गा बनाने वाले कुर्सी बैठाने बनाने वाले, अंग्रेजी पढ़ते समय अंग्रेजी वर्ण के अनुरूप अपने उच्चारण के समय अपने शरीर को आकार देने वाले, अपने शरीर की ऊर्जा से ज्यादा ताकत से विद्यार्थियों को डांटने वाले।
Sidhi news:हम सब विद्यार्थी पंडित जी की पीरियड में जाने से कतराते थे। पंडित जी से हमारा पुश्तैनी रिश्ता रहा है पर क्लास में डांट-फटकार में कोई कोताही अथवा उदारता नहीं होती थी। अर्जुन पंडित जी की यह सखती ही विद्यार्थी को अनुशासित इंसान और गरिमामय जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करती है। पंडित जी (श्री अर्जुन प्रसाद मिश्रा) नियत के नियम अनुरूप आप शरीर से हमारे बीच नहीं रहे पर आपके सख्त अनुशासन नें आपनें विद्यार्थियों में जो मानवीय मूल्य रोपे हैं वह कई पीढ़ियों तक आपको अमर बनाये रखेंगे।
Sidhi news:पंडित जी के परिजन तो उनको को पल पल याद रखेगे ही साथ ही हम सब हमेशा याद रखेंगे। अफ़सोस यह है कि अब आप नही, आपकी यादें ही रह जाएँगी। खुशी यह कि आप खुशमिजाज जीवन जी कर आखरी सांस ली और एक ऐसा जीवन जिया जिस पर हम सबको गर्व है। हार्दिक श्रद्धांजलि।