संवाददाता अनिल शर्मा
Sidhi news:सीधी जिले के शासकीय आदिवासी शाला बालक छात्रावास, बरमबाबा में आज नशा मुक्ति अभियान के तहत एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में नशे के प्रति जागरूकता बढ़ाना और भविष्य की पीढ़ी को नशामुक्त समाज की दिशा में तैयार करना रहा। छात्रावास के अधीक्षक ददुआ पनिका ने बच्चों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाते हुए उन्हें नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से समझाया।
कार्यक्रम की शुरुआत अधीक्षक द्वारा नशामुक्त समाज की आवश्यकता पर प्रकाश डालने से हुई। उन्होंने बताया कि नशा न केवल व्यक्ति की सेहत और मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है, बल्कि परिवार और समाज को भी टूटने की कगार पर ला देता है। बच्चों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि नशा मुक्त समाज का निर्माण तभी संभव है जब युवा पीढ़ी मजबूत संकल्प के साथ आगे बढ़े और नशे के हर रूप का विरोध करे।
Sidhi news:बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि परिवर्तन की शुरुआत हमेशा स्वयं से होती है। इसलिए प्रत्येक छात्र को यह जिम्मेदारी निभानी होगी कि वे स्वयं नशे से दूर रहें और अपने परिवार, मित्रों व समुदाय को भी इसके लिए प्रेरित करें। इसके बाद उन्होंने सभी बच्चों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई, जिसमें बच्चों ने एक स्वर में कहा—
“हम स्वयं नशे से दूर रहेंगे और अपने परिवार, मित्रों तथा समुदाय को भी नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
हम समझते हैं कि परिवर्तन अपने भीतर से शुरू होता है, इसलिए हम अपने ग्राम, जिले और प्रदेश को नशामुक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएँगे।
मैं प्रतिज्ञा करता/करती हूँ कि नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करूँगा/करूँगी और स्वच्छ, स्वस्थ तथा सुरक्षित समाज के निर्माण में योगदान दूँगा/दूँगी।”
Sidhi news:शपथ ग्रहण के दौरान बच्चों की उत्साह भरी सहभागिता यह दर्शाती है कि आने वाली पीढ़ी नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए संकल्पित है। छात्रावास प्रबंधन ने इस पहल को आगे भी जारी रखने की बात कही, ताकि बच्चों में लगातार जागरूकता बनी रहे और वे समाज में सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत कर सकें।
यह कार्यक्रम छात्रों में जागरूकता फैलाने और नशे के खिलाफ एक सशक्त संदेश देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
