Sidhi news:बसंत पंचमी के अवकाश पर प्राकृतिक सौंदर्य का लिया नजारा
टाइगर सफारी पर जानकारी लेकर दिए आवश्यक निर्देश
Sidhi news:सीधी कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने आज बसंत पंचमी के अवकाश पर संजय टाईगर रिजर्व क्षेत्र के मोहन टाइगर सफारी का भ्रमण कर यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाया। कलेक्टर को भ्रमण के दौरान मोहन टाइगर सफारी क्षेत्र में कई वन्य जीवों का दीदार करने का अवसर भी मिला। बताते चलें कि कलेक्टर श्री सोमवंशी जिस मोहन टाइगर सफारी क्षेत्र के एसडीटी 59 का आज भ्रमण किया यह टाइगर क्षेत्र है। इस रेंज में हमेंशा बाघों का मूवमेंट बना रहता है। इसी वजह से कलेक्टर ने भ्रमण करने के लिए टाइगर एसडीटी 59 को चुना था। कलेक्टर के भ्रमण क्षेत्र के पास ही जंगलों के बीच से गोपद नदी प्रवाहित होती है। इस वजह से उन्होने गोपद नदी एवं उसके आसपास के प्राकृतिक नजारे का भी लुत्फ उठाया। वहीं मोहन रेंज के आलौकिक स्थल रमदहा कुंड में भी पहुंचकर कलेक्टर ने वहां के बारे में विस्तार से जानकारी ली। साथ ही आसपास की प्राकृतिक छटा का आनंद उठाया। कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने पूरे रेंज क्षेत्र का भ्रमण किया और यहां के संंबंध में पूरी जानकारी भी ली। इस दौरान कुसमी के तहसीलदार नारायण सिंह भी मौजूद रहे। मोहन टाईगर सफरी रेंज में पदस्थ सहायक परिक्षेत्राधिकारी संजीव सोनकर ने कलेक्टर के आगवन पर पूरी व्यवस्था को चाक चौबंद बनाया। दुबरी रेंज से दो जिप्सी वाहन की व्यवस्था बनाई गई थी। वन विभाग के जिप्सी वाहन में सवार होकर कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने समूचे रेंज क्षेत्र का भ्रमण किया एवं मोहन परिक्षेत्र के संंबंध में सभी आवश्यक जानकारी लेने के साथ ही रेंज के अमले से यहां के वन्य जीवों के संंबंध में भी जाना। इस दौरान रेंज के वन रक्षक मोहित प्रजापति, आशीष मिश्रा भी मौजूद थे। जिनके द्वारा व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से बनाया गया था।
दुनिया के पहले सफेद बाघ मोहन की जन्मस्थली है दुबरी
Sidhi news:संजय टाइगर रिजर्व सीधी का दुबरी अभ्यारण्य दुनिया के पहले सफेद बाघ मोहन की जन्मस्थली है। यहां के पनखोरा से सफेद बाघ मोहन को रीवा रियासत के तत्कालीन महराज मार्तंड सिंह जू देव द्वारा काफी मुश्किलों के बाद पकड़वाया गया था। सफेद बाघ मोहन को रीवा महराज द्वारा गोविंदगढ़ किला में रखकर सभी आवश्यक इंतजाम बनाए गए थे। बाद में सफेद बाघ मोहन की वंशज दुनिया भर में पहुंचे। यह दीगर बात है कि सफेद बाघ मोहन की जन्मस्थली दुबरी क्षेत्र को आज भी सफेद बाघ के आने का इंतजार है। आसपास के रहवासियों का कहना है कि सफेद बाघ मोहन की जन्मस्थली में सफेद बाघ की वापसी होनी चाहिए। इसके लिए संजय टाइगर रिजर्व सीधी के अधिकारियों द्वारा कई बार शासन स्तर पर पत्राचार भी किए गए हैं। जिस पर कुछ सहमति बनी थी। लेकिन अभी तक सफेद बाघ के दुबरी अभ्यारण्य में आने की राह पूरी तरह से प्रशस्त नहीं हुई है। सफेद बाघ की जन्मस्थली दुबरी अभ्यारण्य में आने पर उसे जहां सभी प्राकृतिक व्यवस्थाएं मिलेंगी। वहीं बाघों के लिए दुबरी अभ्यारण्य सुरक्षित रहवास भी बन चुका है। मोहन टाइगर सफारी क्षेत्र की रौनक फिर से लौटे इसके लिए सफेद बाघ को यहां लाने के लिए भागीरथी प्रयास करने की जरूरत है।