Sidhi news:राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 में सीधी-रीवा तक फोर लेन का निर्माण होना है। प्रशासनिक स्तर से भू-अधिग्रहण को देखते हुए संबंधित क्षेत्रों में सड़क के आसपास भूमि के अंतरण एवं निर्माण पर भी रोक लगा दी गई है। बावजूद इसके करीब एक माह से बाईपास सीधी से लेकर सोनवर्षा तक मुआवजा ज्यादा लेने के लिए लोगों द्वारा मकान का निर्माण बड़ी तेजी के साथ कराया जा रहा है। मुआवजा ज्यादा से ज्यादा पाने की होड़ में जिला मुख्यालय के समीपी क्षेत्र में ही करीब महीने भर से सड़क के समीप मकानों का निर्माण हो रहा है। लेकिन इनपर रोक लगाने की जरूरत अभी तक नहीं समझी गई है। अधिकांश लोग ईंट से मकान का निर्माण कार्य करा रहे हैं और छत के स्थान पर चद्दर की सीटें रख रहे हैं।
Sidhi news:बताया गया है कि ज्यादातर लोग दीवार खड़ी करने के लिए करीब एक फिट नीव की खुदाई कराने के बाद रातों रात दीवार उठाने में लगे है। लोगों में यह होड़ मची हुई है कि 24 घंटे के अंदर मकान का स्ट्रेक्कर खड़ा हो जाए और उसके ऊपर टीन की चद्दर डाल कर छत बना ली जाए। जिला मुख्यालय के समीपी क्षेत्र में ही करीब आधा सैकड़ा मकानों का निर्माण कार्य हो चुका है। यह संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तो स्थिति यह है कि जिनकी जमीनें राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 में सीधी-रीवा के बीच हैं वहां रातों रात मकान बनाने का काम किया जाएगा। इसके लिए लोग अब पूरी तैयारी बना रहे हैं। हैरत की बात तो यह है कि मनमानी तौर पर मुआवजा लेने के लिएलोग सड़क के समीप निजी भूमि में मकान का निर्माण रातोरात करा रहे हैं और वहींराजस्व विभाग का मैदानी अमला माने जाने वाले हल्का पटवारी इस मामले में पूरी तरह से मूकदर्शक बने हुए हैं।दिन-रात का नहीं दिख रहा। असर चर्चा के दौरान जमोड़ी बाईपास, पनवार, सोनवर्षा क्षेत्र के कुछ ग्रामीणों ने बताया कि अभी और ज्यादा मकानों का निर्माण कार्य होना है। कुछ लोग तो यह देख रहे हैं कि जो मनमानी तौर पर मकानों का निर्माण कार्य 24 घंटे के अंदर रातोरात किया जा रहा है उस पर प्रशासन द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है। यदि प्रशासनिक स्तर से इसी तरह निष्क्रियता बनी रही तो जल्द ही मकानों के निर्माण की कतारें बढ़ौरा तक पहुंच जाएंगी। इसके बाद यह सिलसिला लगातार बढ़ता रहेगा और चुरहट क्षेत्र में भी सड़क के किनारे जिनकी भूमि है ज्यादा से ज्यादा मुआवजा पाने के लिए उनके द्वारा भी मकानों का स्ट्रेक्चर खड़ा कर लिया जाएगा। अधिकांश लोगों की यह मंशा है कि राजस्व अमले से सांठ-गांठ करके बाद में मकान का निर्माण मुआवजा में भी दर्ज करा दिया जाएगा। जिससे लाखों रुपए का मुआवजा और भी मिल जाएगा।
Sidhi news:हल्का पटवारी बने मूकदर्शक राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 सीधी-रीवा के फोर लेन निर्माण के लिए जल्द ही भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही भी शुरू होने वाली है। इसी वजह से जिनकी भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित है उनके द्वारा ज्यादा से ज्यादा मुआवजा पाने के लिए तरह-तरह से हथकंडे अपना रहे हैं। कुछ लोग तो राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 सीधी-रीवा के फोर लेन निर्माण की घोषणा होने के बाद से ही भूमि का बड़े पैमाने पर अंतरण भी करना शुरू कर दिया गया था। काफी संख्या में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित भूमियों की रजिस्ट्री कराने का सिलसिला शुरू रहा। वहीं कुछ भूमि स्वामियों द्वारा अपने पुत्र-पुत्रियों के नाम से भी भूमि को कराने के लिए तहसील की मिलीभगत से नामांतरण का खेल भी खेला जा रहा है। इस मामले में तहसील स्तर तक के कर्मचारी पूरी तरह से मूकदर्शक बने हुए हैं। जिन हल्का पटवारियों के क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे मकानों का निर्माण कार्य किया जा रहा है वह अभी तक पूरी तरह से मूकदर्शक हैं। जबकि उन्हें मकानों के अवैध निर्माण को लेकर तहसील कार्यालय में लिखित रूप से अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करना चाहिए। जिससे ऐसे मकानों के निर्माण पर रोक लग सके। यदि प्रशासनिक स्तर से इसी तरह की निष्क्रियता बनी रही तो निश्चित ही आने वाले समय मेंशासन को मुआवजा वितरण में ही करोड़ों की चपत लग जाएगी। जिनको मुआवजा मिलेगा उनके द्वारा यह भी प्रयास किया जा रहा है कि उनका मुआवजा ज्यादा से ज्यादा बने इसके लिए हल्का पटवारियों से सांठ-गांठ बनाई जा रही है। हल्का पटवारी मुआवजा के इस फर्जीवाडे में सबसे ज्यादा शामिल रहते हैं।
इनका कहना है
Sidhi news:राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 के फोर लेन निर्माण के लिए भू-अर्जन की प्रक्रिया निर्धारित मापदंडों के अनुसार चल रही है। जो तय समय सीमा के बाद मकानों का निर्माण किया जा रहा है उनको मकान का कोई मुआवजा नहीं मिलेगा। यह अवश्य है। कि मुआवजा की लालच में लोग इस तरह से अवैध निर्माण करते हैं। लेकिन ऐसे लोगों को इसका लाभ नहीं मिलता। मुआवजा वितरण की प्रक्रिया निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार ही होती है और उसका पालन हर हाल में किया जाएगा।
नीलेश शर्मा, एसडीएम गोपद बनास