Sidhi news:जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से वितरित हो रहे प्रश्नपत्र- 80 रूपये प्रतिछात्र के हिसाब से ली जा रही राशि
Sidhi news:जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का भ्रष्टाचार रूकने का नाम नही ले रहा है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि न तो जिम्मेदार अधिकारी किसी भी प्रकार की रूचि दिखा पा रहे है और न ही जनप्रतिनिधि ही जिसके कारण जिला शिक्षा अधिकारी बेलगाम होकर मनमानी करने में तुले हुए है। पिछले वर्षों में जहां स्कूल प्राचार्यो द्वारा त्रैमासिक, अर्धवार्षिक परीक्षाओं के पेपर कम रेट में प्रिंट कराकर परीक्षा लेते रहे है जो 10 से 15 हजार रूपये में हो जाता रहा है। लेकिन इस बार जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा 80 रूपये प्रतिछात्रों के हिसाब से वसूली संस्था के प्राचार्यों से कराई जा रही है। बताया गया कि सोमवार से अर्धवार्षिक की परीक्षाएं आयोजित कराई जा रही है।
Sidhi news:जिसके लिए टाईम टेबल जारी कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलाल मिश्रा द्वारा इस बार ज्यादा कमाई के चक्कर में खुद पेपर प्रिंट कराकर स्कूलों में वितरित कराये जा रहे है। पूर्व में देखने में आ रहा था कि संस्था के प्राचार्यों द्वारा पेपर कमरेट में प्रिंट कराकर परीक्षाएं लेते रहे है लेकिन इस बार जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलाल मिश्रा द्वारा प्रतिछात्र 80 रूपये की दर से पेपर संस्था प्राचार्यो को दिये जा रहे है। जबकि यही पेपर पड़ोसी जिले के डीईओ द्वारा 65 रूपये प्रतिछात्र केहिसाब से वितरित किये जा रहे है। जिससे सीधी जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलाल मिश्रा की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए है। आखिर इनकी मनमानी पर कोई लगाम लगा पायेगा कि या ऐसे ही अपनी मनमानी करने में उतारू रहेगें।
Sidhi news:पूरे नही दिये जा रहे प्रश्नपत्र जिला शिक्षा अधिकारी की मनमानी का आलम यह है कि अभीएक-एक, दो-दो प्रश्नपत्र ही संस्था प्रमुखों को उपलब्ध कराये गए है जबकि सोमवार से अर्धवार्षिक की परीक्षाएं आयोजित की जायेंगी। सूत्रों द्वारा बताया गया कि संस्था प्रमुखों से राशि खींचने डीईओ द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत अपने चहेतों के यहां से पेपर प्रिंट कराकर संस्था प्रमुखों को वितरित कराये जा रहे है।
पहले कम खर्च में हो जाता था कार्य
Sidhi news:कई प्राचार्यों द्वारा बताया गया कि पूर्व में 10 से 15 हजार रूपये में प्रश्नपत्रों में कार्य हो जाता रहा है जिससे छात्रों के ऊपर कम बोझ पड़ता रहा है लेकिन यह राशि इस वर्ष कई स्कूलों में लाख पार कर गई है। जबकि यही प्रश्नपत्रों के लिए पड़ोसी जिले सिंगरौली में 65 रूपये के हिसाब से छात्रों से लिए गए है जो सीधी में 15 रूपये ज्यादा है। जिला शिक्षा अधिकारी की इस मनमानी की भनक सबको है लेकिन पूंछने की जहमत नही उठाई जा रही है।