Sidhi news:सीधी जिले की दिव्यांग बच्चों अचानक बीमार हो गए इसके बाद उन्हें एक-एक करके जिला अस्पताल सीधी लाना शुरू कर दिया गया देखते ही देखते पूरा अस्पताल का बेड दिव्यांग बच्चों से भर गया। दरअसल विकासखंड स्तरीय दिब्यांगों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन शनिवार को कन्या कॉलेज सीधी के मैदान में आयोजित किया गया था। जहां दिब्यांग छात्रावास मधुरी में रहने वाले छात्र भी शामिल हुए थे। प्रतियोगिता के आयोजन के बाद छात्रों को लंच पैकेट दिए गए थे। जिसका उपयोग छात्रों के द्वारा किया गया था। उसके बाद वे सभी छात्र वापस छात्रावास लौट आए. जहां देर शांम होते ही छात्रों को उल्टी और दस्त शुरू हो गई। एक- एक करके करीब 14 छात्र उल्टी व दस्त से पीड़ित भी हो गए। आनन-फानन में आटो के माध्यम से अधीक्षक रामसहाय साकेत द्वारा सभी बच्चों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उनका उपचार चल रहा है। फूड प्वाइजनिंग कारण बताते हुए स्थिति सामान्य बताई गई है।
बीआरसीसी ने की गई थी लंच पैकेट की व्यवस्था
Sidhi news:दिब्यांग छात्रावास मधुरी के अधीक्षक रामसहाय साकेत द्वारा बताया गया कि विकासखंड स्तरीय दिब्यांगो के लिए खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन जीडीसी कॉलेज मैदान में किया गया था। जहां लगभग दो बजे लंच पैकेट का वितरण किया गया, जिसे खाने के बाद बच्चे छात्रावास आ गए। दोपहर करीब तीन बजे से बच्चों का स्वास्थ्य खराब होने लगा, अपने स्तर से छात्रावास में दवा करवाई गई। जब स्वास्थ्य ठीक नहीं हुआ तब जिला अस्पताल शाम के समय ले आया हूं, जहां उपचार चल रहा है। लंच पैकेट की ब्यवस्था बीआरसीसी के द्वारा करवाई गई थी।
Sidhi news:पूरे मामले मे सीधी अस्पताल की सिविल सर्जन दीपा रानी इसरानी ने जानकारी देते हुए बताया है दिव्यांग छात्रावास मधुरी के 14 बच्चों को उल्टी-दस्त की समस्या के कारण जिला चिकित्सालय सीधी में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य की लगातार निगरानी रखी जा रही है। बच्चों की उम्र 8 से 15 वर्ष के बीच है, उन्हें बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया है। सभी बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार है। डिहाइड्रेशन के कारण दो बच्चों को ड्रिप लगाई गई है। किसी भी प्रकार से घबराने की आवश्यकता नहीं है।
Sidhi news:वही कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी द्वारा उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा तथा सिविल सर्जन डॉ दीपारानी ईसरानी को स्थिति की पूरी निगरानी रखने तथा बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कलेक्टर ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं।