Sidhi news:जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर लगने वाले मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान शिविर अधिकारियों की मनमानी के चलते औपचारिकताओं में सिमट गए हैं। ऐसा ही मामला आज जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत तेंदुआ में लगे जन कल्याण शिविर में सामने आया। यहां नोडल अधिकारी शिवम तिवारी सहायक यंत्री पीएचई विभाग स्वतः नदारद थे। वहीं सब इंजीनियर एवं कई विभागों के कर्मचारी भी अनुपस्थित थे। नोडल अधिकारी के स्वयं शिविर में न आने के कारण शिविर में पूरी तरह अव्यवस्थाएं नजर आईं। कहने के लिए तो स्वास्थ्य विभाग की टीम आई हुई थी लेकिन टीम के पास जो बीपी नापने की मशीन थी वह खराब थी। इस वजह से शिविर में बीपी नापने का काम ही नहीं किया गया। शिविर में कई विभागों के कर्मचारियों के न आने के कारण जो ग्रामीणजन पहुंचे भी थे वह मायूश होकर वापस लौट गए। शिविर में जो कर्मचारी मौजूद थे उनका कहना था कि नोडल अधिकारी के न आने के कारण यहां पेय जल तक की व्यवस्था नहीं है। दोपहर दो बज चुके हैं लेकिन पानी न मिलने से गला सूख रहा है। शिविर में कुछग्रामीणों के आवेदन लेने की औपचारिकताएं निभाई गई। जबकि जन कल्याण शिविर में मौके पर ही कई प्रमुख सेवाओं का लाभ हितग्राहियों को प्रदान करना था। फिर भी जिम्मेदारों के मनमानी के चलते इस शिविर में मध्य प्रदेश शासन की मंशा के अनुसार कोई लाभ नहीं मिला। यहां तक कि राजस्व विभाग का अमला भी योजना के तहत किसानों की मदद करने में पूरी तरह से दूरी बनाए हुए है। जन कल्याण अभियान सीधी जिले में केवल फार्म कलेक्शन का जरिया बन चुका है। लिए जाने वाले आवेदनों में भी कोई कार्यवाही करने की जरूरत संबंधित मिशन.
इनका कहना है
Sidhi news:शिविर में टेंट पंडाल लगाकर केवल प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। कार्यक्रम में कोई भी अधिकारी, कर्मचारी नहीं आ रहे हैं। सिर्फ जनता को परेशान करने का काम किया जा रहा है। इस तरह के कार्यक्रम में बेमतलब का खर्च किया जा रहा। शिवप्रसाद कोरी, जनपद सदस्य सीधी सिर्फ आम जनता को परेशान करने का कार्यक्रम है। केवल आवेदन लिया जा रहा है। निराकरण कैसे होगा जब कोई अधिकारी, कर्मचारी आए ही नहीं।
सुनीत कोल, सरपंच तेंदुआ
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