संवाददाता अनिल शर्मा
Sidhi news:सीधी जिले के चुरहट स्थित शासकीय आदिवासी जूनियर बालक छात्रावास में लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। यहां रह रहे बच्चों ने आरोप लगाया है कि उन्हें मेनू के अनुसार भोजन नहीं दिया जाता, जिससे उनकी सेहत और पढ़ाई दोनों पर असर पड़ रहा है।
Sidhi news:छात्रों का कहना है कि उन्हें हर दिन केवल दाल, चावल और अचार ही दिया जाता है। जबकि शासन द्वारा तय मेनू में हरी सब्जियां, दाल, रोटी, सलाद, फल और सप्ताह में दो बार मीठा या विशेष भोजन शामिल है। लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। बच्चों ने बताया कि कभी-कभी तो चावल भी ठीक से नहीं पकते और स्वादहीन भोजन मिलने के कारण उन्हें मजबूरन अधपेट रहना पड़ता है।
इतना ही नहीं, बच्चों ने यह भी आरोप लगाया है कि रात के समय छात्रावास में अधीक्षक राघवेंद्र मिश्रा मौजूद नहीं रहते, जिससे परिसर में अव्यवस्था बनी रहती है। छात्रों ने कहा कि अगर किसी बच्चे की तबीयत खराब हो जाए या कोई जरूरी स्थिति बन जाए, तो मदद के लिए कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं होता।
Sidhi news:ग्रामीणों ने भी अधीक्षक पर गंभीर लापरवाही और जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि शासन द्वारा आदिवासी बच्चों के लिए छात्रावास चलाने का उद्देश्य उन्हें बेहतर शिक्षा और पोषण देना है, लेकिन चुरहट छात्रावास की स्थिति इस उद्देश्य के विपरीत है।
स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने जिला प्रशासन से जांच की मांग की है ताकि बच्चों को उनके हक का भोजन और सुरक्षित माहौल मिल सके। फिलहाल, यह मामला सोमवार का बताया जा रहा है और क्षेत्र में इस खबर के फैलते ही लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
