Sidhi news:ठाड़ीपाथर के वृद्ध हितग्राही हीरालाल साहू की बगिया योजना पर अटका भुगतान,3 साल से नहीं मिली मजदूरों की मजदूरी, सीईओ ने जांच के दिए आदेश
Sidhi news:मध्यप्रदेश के सीधी जिले की जनपद पंचायत कुसमी अंतर्गत ग्राम पंचायत ठाड़ीपाथर में संचालित मनरेगा बगिया योजना में बड़ा लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां के वृद्ध हितग्राही हीरालाल साहू के यहां लगाई गई बगिया में काम करने वाले मजदूरों को पिछले एक साल से भुगतान नहीं किया गया है। मजदूरी नहीं मिलने से परेशान वृद्ध हितग्राही ने जनपद पंचायत कार्यालय पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
दरअसल, हीरालाल साहू के घर पर मनरेगा के तहत बगिया योजना लागू की गई थी। योजना के नियमों के अनुसार, बगिया की देखरेख के लिए हितग्राही के यहां काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी का भुगतान पंचायत द्वारा 5 वर्षों तक किया जाना तय था। शुरुआत में एक वर्ष तक मजदूरों को भुगतान मिला भी, लेकिन पिछले 3 साल से मजदूरी रोक दी गई है।
वृद्ध हीरालाल साहू का कहना है कि उन्होंने कई बार ग्राम रोजगार सहायक और सचिव से मजदूरों की मजदूरी दिलाने की मांग की, लेकिन हर बार उन्हें टाल दिया गया। अंततः वे जनपद पंचायत कुसमी पहुंचे और सीईओ के समक्ष पूरे मामले की जानकारी दी।
Sidhi news:सीईओ ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि वृद्ध हितग्राही द्वारा की गई शिकायत को संज्ञान में लिया गया है। मनरेगा संस्था के लिपिक जे.पी. झरिया को जांच कर शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि जांच में किसी स्तर पर लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायतों में मनरेगा योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता की कमी और भुगतान में देरी जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। वृद्ध हीरालाल साहू का मामला यह दर्शाता है कि शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्रों तक पहुंचने में अब भी बाधाएं बनी हुई हैं।
