संवाददाता अनिल शर्मा
Sidhi news:मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार, 1 नवंबर को जिले के विभिन्न शासकीय आदिवासी जूनियर बालक छात्रावासों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रमों में बच्चों को मध्यप्रदेश के इतिहास, गठन, सांस्कृतिक विरासत और वर्तमान विकास यात्रा से रूबरू कराया गया।
Sidhi news:सबसे पहले शासकीय आदिवासी जूनियर बालक छात्रावास भदौरा में आयोजन हुआ, जिसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भदौरा के प्राचार्य बृजेश कुमार पनिका, छात्रावास अधीक्षक कमलेश पांडे, स्टाफ सदस्य एवं छात्र मौजूद रहे। यहां बच्चों ने प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता एवं आदिवासी योगदान पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
दूसरा मुख्य आयोजन शासकीय जूनियर बालक छत्रावास टिकरी में हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय की प्राचार्य बसंती सिंह, नोडल सरपंच तिलकराज सिंह ऊइके, आदिवासी छात्रावास टिकरी के अधीक्षक हिमांशु शुक्ला सहित अन्य शिक्षक और छात्र मौजूद रहे। वक्ताओं ने बच्चों को बताया कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक रूप से नहीं, बल्कि संस्कृति, कला, भाषा और परंपराओं की दृष्टि से भी देश का हृदय है।
Sidhi news:तीसरा कार्यक्रम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मड़वास में आयोजित किया गया, जिसमें प्राचार्य मंजू सिंह, पालक समिति अध्यक्ष प्रेमलाल रावत, छात्रावास अधीक्षक राघवेंद्र अहिरवार एवं बच्चे उपस्थित रहे। बच्चों ने प्रदेश के निर्माण से लेकर वर्तमान विकास यात्रा तक की झांकी प्रस्तुत की और देश में मध्यप्रदेश के योगदान पर चर्चा की।
कार्यक्रमों के दौरान बच्चों को बताया गया कि मध्यप्रदेश का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। विंध्य, महाकौशल, मालवा, नर्मदा घाटी और मध्य भारत के विभिन्न क्षेत्रों को मिलाकर यह राज्य अस्तित्व में आया। बाद में वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ अलग राज्य के रूप में गठित हो गया। आज मध्यप्रदेश देश की राजनीति, कृषि, खेल, पर्यटन और वन संपदा के मामले में महत्वपूर्ण पहचान रखता है।
