Sidhi news:सीधी जिले के आदिवासी कन्या आश्रम ताला से बेहद चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां अधीक्षिका भाग्यवती सिंह के तानाशाहीपूर्ण रवैये से छात्राएं इस कदर भयभीत हैं कि वे रात में आश्रम में रुकने से भी डरती हैं। बच्चियों का कहना है कि अधीक्षिका के डर और अत्याचार ने उनका जीवन दूभर कर दिया है।
छात्राओं के अनुसार, आश्रम में नाश्ता और भोजन तय मेनू के अनुसार नहीं दिया जाता। कई बार तो समय पर भोजन भी नहीं मिलता। साफ-सफाई और सुरक्षा की स्थिति भी बेहद चिंताजनक बताई जा रही है। बच्चियों का आरोप है कि वे शिकायत करना चाहें तो भी अधीक्षिका के डर से चुप रहना पड़ता है।
Sidhi news:स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब अधीक्षिका से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की जाती है। बताया गया है कि वे स्वयं बात करने के बजाय तथाकथित “दलालों” का नंबर दे देती हैं, जो यह कहकर संवाद समाप्त कर देते हैं कि “वहां मत जाइए, यह कन्या आश्रम है।” यह रवैया प्रशासनिक जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
Sidhi news:स्थानीय लोगों ने आश्रम की दुर्दशा पर गहरी चिंता जताई है। उनका कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कई बार निरीक्षण किए जाने के बावजूद कोई ठोस सुधार नहीं हुआ। बच्चियों की सुरक्षा और भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
स्थानीय समाजसेवियों और अभिभावकों ने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि आश्रम की बच्चियों को भयमुक्त वातावरण और उनके अधिकारों के अनुरूप सुविधाएं मिल सकें।
