Sidhi news:सात से अधिक गांव में है अंधेरा, बैगा प्रोजेक्ट का बिजली विभाग उड़ा रही मजाक
Sidhi news: सीधी जिले का एक ऐसा क्षेत्र जो बैगा प्रोजेक्ट के अंतर्गत आता है। जहां शासन ने सारी सुविधाएं उनके लिए देकर रखी हुई है। लेकिन उनके क्षेत्र में अब अंधेरे में दिवाली मनाई जाएगी। कुसमी क्षेत्र अंतर्गत कई ऐसे गांव हैं जो आज अंधेरे में डूब गए हैं। रोशनी के नाम पर वहां कुछ भी दिखाई नहीं देता है और जिनके यहां थोड़ी व्यवस्था है भी वह जुगनू की तरह जलती हुई समझ में आती है।
Sidhi news:दरअसल यह पूरा मामला सीधी जिले की आदिवासी क्षेत्र आंचल कुसमी का है। जहां कोड़ार, मनवारी, गांजर, ताला सहित ऐसे कई गांव है जहां आज अंधेरा छाया हुआ है। लगभग 6 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन उनके यहां जले हुए ट्रांसफार्मर की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा रही है। कुल मिलाकर एक डीसी में करीब 40 गांव होते हैं जिनमें से 15 से ज्यादा ट्रांसफार्मर ऐसे हैं जो कि खराब हो चुके हैं। इसके अलावा कई ट्रांसफार्मर ऐसे हैं जिनमें तकनीकी खराबी भी मौजूद है।
Sidhi news:वहीं पूरे मामले को लेकर ग्रामीण सत्यभान ने बताया कि हमारे यहां अंधेरा 6 महीने से छाया हुआ है। रात में सांप और बिच्छू का डर होता है जिसकी वजह से हम लोग रात के अंधेरे में बाहर नहीं निकाल पाते हैं। मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पाती है जिसकी वजह से हम कहीं बात नहीं कर पाते हैं। कई बार हमने शिकायत भी की लेकिन हमारी समस्या को कोई भी अधिकारी नहीं सुनता है।
Sidhi news:वहीं पूरे मामले मे ज़ेई राजेंद्र राजपूत ने बताया कि कुसमी डीसी के अंतर्गत 15 ट्रांसफार्मर जले हुए हैं जिन्हें बदलवाने का हम कार्य कर रहे हैं। जिस ट्रांसफार्मर के उपभोक्ताओं ने पैसा जमा कर दिया है उनके लिए हम व्यवस्था कर रहे हैं। लेकिन ज्यादातर ट्रांसफार्मर अभी भी जले हुए है।