Raja raghuvansi : आज हम आपको राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की कहानी एक सनसनीखेज हत्याकांड की दास्तान मानी जाती है, जिसने मेघालय की खूबसूरत घाटियों को अपराध की सुर्खियों में ला कर रख दिया है। यह वह कहानी है जो प्रेम, विश्वासघात और सुनियोजित साजिश का मिश्रण है, जो इंदौर से शुरू होकर मेघालय और गाजीपुर तक फैली है।
शादी से लेकर हनीमून की शुरुआत
Raja raghuvansi : यह उस समय की बात है जब 11 मई 2025 को इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी और सोनम की शादी हुई थीं। दोनों परिवारों की सहमति से हुई इस शादी के बाद, नवविवाहित जोड़ा हनीमून के लिए 20 मई को हनीमून मनाने के लिए मेघालय रवाना हुआ। मेघालय राज्य की हरी-भरी वादियां और डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज जैसे पर्यटक स्थल उनकी यात्रा का हिस्सा थे। जहा 22 मई को दोनों को शिलांग में आखिरी बार एक साथ देखा गया।
कैसे हुई यह पूरी साजिस
आज हम आपको साजिश की पूरी दास्तान के बारे में बताने वाले हैं कि कैसे साजिश को अंजाम दिया गया है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि सोनम का राज कुशवाह नाम के युवक के साथ पहले से प्रेम-संबंध था, जो उसके पिता की लकड़ी की दुकान में काम किया करता था। शादी के तीन महीने पहले से ही सोनम और राज ने राजा की हत्या की साजिश करनी शुरू कर दी थी। शादी के बाद भी सोनम राज से लगातार संपर्क में रहा करती थी और हनीमून को इस साजिश का हिस्सा बनाया। उसने राजा को गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर दर्शन के बहाने मेघालय ले जाने की योजना बनाई थीं।
Raja raghuvansi : कब दिया गया हत्या को अंजाम
यह वह दिन था जब उसकी मौत का फरमान लिखा गया। तारीख़ 23 मई 2025 को सोहरा के वेइसावडॉन्ग जलप्रपात के पास साजिश को अंजाम दिया गया था। सोनम ने फोटोशूट के बहाने राजा को सुनसान जगह पर ले गई। वह जानबूझकर थकने का बहाना करके पीछे पीछे चल रही थी। जहाँ मौका पाकर उसने तीन किराए के कातिल विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को इशारा भी किया। विशाल ने अपने तेजधार हथियार (दाव) से राजा के सिर पर वार किया, और शव को खाई में फेंक दिया। जिसके बाद सोनम ने राजा का मोबाइल तोड़कर सबूत भी मिटाने की कोशिश की और उसके सोशल मीडिया अकाउंट से “सात जन्मों का साथ” कैप्शन के साथ पोस्ट डाला ताकि किसी को शक न हो।
Raja raghuvansi : सोनम का भागना और गिरफ्तारी
इसके बाद हत्या के बाद सोनम मेघालय से भागकर इंदौर पहुंची, जहां वह 25-27 मई तक एक फ्लैट में छिपी रही। वही फिर वह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर गई और 9 जून को एक ढाबे पर आत्मसमर्पण कर दिया। जहा पुलिस ने राज कुशवाह और तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया की क्राइम सीन रीक्रिएशन में पता चला कि हत्या में दो हथियार इस्तेमाल हुए, और सोनम ने हत्यारों को “मार दो इसे” कहकर उकसाया था।
Raja raghuvansi : वही इस केस में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सोनम ने अपनी सास को झूठ बोला कि वह उपवास पर थी, जबकि उसने होमस्टे में खाना खाया था। जहा हत्यारों ने एक अन्य महिला को मारकर उसका शव जलाने की साजिश भी रची थी ताकि उसे सोनम का शव भी दिखाया जा सके। सोनम और राज के बीच व्हाट्सएप चैट और सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को साजिश सुलझाने में मदद की थीं।